झारखंड में इनोवेटिव शिक्षा को कितने शिक्षक तैयार, ऐसे होगी परख Jamshedpur News
झारखंड के सरकारी स्कूलों में इनोवेटिव शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य के शिक्षक कितने तैयार हैं इसकी परख के लिए शिक्षा परियोजना ने खास योजना बनार्इ है।
जमशेदपुर,वेंकटेश्वर राव। झारखंड के सरकारी स्कूलों में इनोवेटिव शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य के शिक्षक कितने तैयार हैं? कितने शिक्षक इसे लेकर जागरूक हैं? सब कुछ पता चल जाएगा एक परीक्षा से। यह परीक्षा झारखंड शिक्षा परियोजना (जेईपी) की ओर से ली जाएगी।
अक्टूबर में परीक्षा होने की उम्मीद है। इसमें बैठने वाले शिक्षकों से द टीचर्स एप में उल्लेखित कोर्स से प्रश्न पूछे जाएंगे। जो शिक्षक 60 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करेंगे, उन्हें उत्तीर्ण मानते हुए योग्य शिक्षक का ऑनलाइन प्रमाण पत्र दिया जाएगा। माना जाएगा कि ये शिक्षक इनोवेटिव शिक्षा देने को बेहतर कार्य कर रहे हैं। इस संबंध में झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक उमा शंकर सिंह द्वारा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों व जिला शिक्षा अधीक्षकों को पत्र भेजा गया है। टीचर्स एप पर झारखंड के 40 हजार शिक्षक निबंधित है।
कोर्स के आधार पर होगी परीक्षा
झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा प्रेषित पत्र टीचर्स एप के कई कोर्स का उल्लेख किया गया है। इसी कोर्स के आधार पर परीक्षा होनी है। उपचारात्मक शिक्षण, बहुकक्षीय-बहुस्तरीय शिक्षक, स्थानीय मान की समझ, स्थानीय मान कैसे पढ़ायें, संख्या की शुरुआती समझ, शुरुआती लेखन, बच्चों को पढऩे से परिचय मूल कोर्स है। इन कोर्स के अंदर कुछ बच्चे खामोश क्यों, सहयोग से समाधान, कुछ चुनौतियां ऐसी भी चार्ट बनाना है। शिक्षण सामग्री के रूप में आओ बनाये एक संगठित समूह, छात्रों का ध्यान आकर्षित करना, उपसमूह बनाना, जिम्मेदारी बांटना, दिमाग को देें आराम, बुझो तो जाने का कार्य करना है।