जमशेदपुर, जासं। वैवाहिक परिधान के लिए मशहूर वेदांत फैशन्स लिमिटेड के खिलाफ हिंदू संगठन रविवार को देश भर में मान्यवर शोरूम के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। हाथ में तख्ती लेकर मौन प्रदर्शन में हिंदू संगठन कंपनी को चेतावनी दी है कि जब तक वह अपने विज्ञापन की भाषा नहीं बदलेगा, विरोध जारी रहेगा।
हिंदू जनजागृति समिति के जमशेदपुर से जुड़े सुदामा शर्मा ने बताया कि मान्यवर ब्रांड कपड़ों के शोरूम ब्रांड द्वारा हिंदुओं के धार्मिक भावनाओं के खिलाफ दुष्प्रचार करनेवाला विज्ञापन प्रसारित किया गया है। इसमें कहा गया है कि हिंदू विवाह संस्कार में ‘कन्यादान’ नहीं, ‘कन्यामान’ कहें’। यह अत्यधिक आपत्तिजनक और हिंदुओं की धार्मिक भावना को आहत करनेवाला है। इस विज्ञापन के कारण व्यापक और उच्च मूल्य संवर्धित करनेवाली धार्मिक विधि के विषय में लोगों में जानबूझकर भ्रांति फैलाई जा रही है। इस विज्ञापन का विरोध करने के लिए हिंदुत्ववादी संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं। हिंदू जनजागृति समिति के प्रवक्ता डा. उदय धुरी ने कहा कि वेदांत फैशन्स लि. कंपनी हिंदुओं से बिना शर्त क्षमा मांग कर ‘मान्यवर’ ब्रांड का विज्ञापन तत्काल हटाए।
इस ब्रांड का बहिष्कार करने की अपील
हिंदू जनजागृति समिति ने हिंदुओं से अपील की है कि जब तक मान्यवर ब्रांड सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगता है। अपना विज्ञापन नहीं हटाता है, तो इस ब्रांड का बहिष्कार करें। ‘मान्यवर’ द्वारा प्रसारित विज्ञापन में हिंदुओं को जान-बूझकर निशाना बनाया गया है। विज्ञापन के मुताबिक ‘कन्यादान’ किस प्रकार अनुचित है। पुरातनवादी है, साथ ही ‘दान करने के लिए क्या कन्या कोई वस्तु है। ऐसे संभ्रम निर्माण करनेवाले प्रश्न उपस्थित किए गए हैं। ‘कन्यादान’ नहीं अपितु कन्यामान’, ऐसा सीधे परंपरा बदलने का आवाहन किया है। मूलत: अन्य किसी भी धर्म में स्त्रियों का सम्मान नहीं किया जाता, इसके विपरित हिंदू धर्म में आदिशक्ति के रूप में स्त्री की पूजा की जाती है। ऐसा होते हुए भी उस विषय में भ्रामक संदेश फैलानेवाली वेदांत फैशन्स लि. कंपनी अन्य धर्माें में महिलाओं के विषय में लागू अनुचित प्रथा-परंपराओं के विषय में प्रबोधन करनेवाला विज्ञापन प्रसारित करने का साहस करके दिखाए। ‘मान्यवर’ ब्रांड द्वारा विज्ञापन नहीं हटाने पर भविष्य में भी तीव्र आंदोलन किए जाएंगे।
जमशेदपुर में उपायुक्त को सौंपा गया था ज्ञापन
हिंदू जनजागृति समिति समेत अन्य हिंदू संगठन इस मुद्दे पर पिछले सप्ताह प्रदर्शन कर चुके हैं। इसके तहत राष्ट्रपति व गृह मंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया था। समिति ने सभी हिंदुओं से आह्वान किया है कि हमारे संस्कार को नई और बेतुकी परिभाषा देने का साहस किया गया है, जिसका सभी को विरोध करना चाहिए।