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नामांकन पत्र वितरण के दौरान हंगामा, चुनाव पर संशय

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बिष्टुपुर राम मंदिर में पांच अगस्त को होने वाले चुनाव को लेकर सोम

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 01:30 AM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 01:30 AM (IST)
नामांकन पत्र वितरण के दौरान हंगामा, चुनाव पर संशय
नामांकन पत्र वितरण के दौरान हंगामा, चुनाव पर संशय

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बिष्टुपुर राम मंदिर में पांच अगस्त को होने वाले चुनाव को लेकर सोमवार की शाम को फार्म वितरण का कार्य शुरू किया गया। इसी बीच जब मंदिर परिसर में वार्ता चल रही थी तो अचानक हंगामा खड़ा हो गया। वर्तमान मंदिर कमेटी के अध्यक्ष शंकर राव ने भास्कर राव एंड टीम पर संविधान से बाहर जाकर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव की तिथि की घोषणा और वोटर लिस्ट के बन जाने के बाद किसी भी सदस्य का नाम नहीं जोड़ा जा सकता। इस पर भास्कर राव टीम के सदस्य वीडी गोपाल कृष्णा ने कहा कि किसी को भी केस चलने का बहाना बनाकर मतदान करने या लड़ने से रोका नहीं जा सकता। कहा कि हमने मंदिर कमेटी की सारी शर्तो को मान लिया, लेकिन मंदिर कमेटी हमारी एक भी शर्त नहीं मान रही। इसी बात को लेकर हंगामा बढ़ता चला गया। आधे घंटे तक जमकर बहसबाजी हुई। इस दौरान एसडीओ की ओर से तैनात किए गए मजिस्ट्रेट (जिला सहाकारिता प्रसार पदाधिकारी) अनीश कुमार और जिला स्वच्छता निरीक्षक डीके पांडेय ने दोनों पक्षों को शांति से बात करने की सलाह दी।

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उठाकर फेंक देने की धमकी

विवाद के बीच निर्वाचन पदाधिकारी टी आदि नारायण राव ने यह कहकर माहौल को और गर्म कर दिया कि नामांकन पत्र खरीदने वाले भास्कर राव ने उनको उठाकर फेंक देने की धमकी दी। इस पर निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि उन लोगों के सामने ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसके बाद अध्यक्ष शंकर राव तैश में आ गए और कहा कि अब कुछ नहीं होगा। वे अपने समर्थकों के साथ मिलकर फैसला करेंगे। लेकिन अब पांच अगस्त को चुनाव नहीं होगा, यह तय है। इसके बाद सभी सदस्य निर्वाचन कक्ष से उठकर बाहर आ गए।

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मजिस्ट्रेट से उलझ गए समर्थक

दोनों मजिस्ट्रेट सभी पक्षों को समझा बुझाकर शांत कर रहे थे। भास्कर राव व वीडी गोपाल कृष्णा की टीम को समझा बुझाकर मंदिर परिसर से बाहर किया। वे लोग चले गए। मजिस्ट्रेट खड़े थे। तभी शंकर राव एवं उनके समर्थक मजिस्ट्रेट के साथ उलझ पड़े और उन पर एक पक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए कहा कि निर्वाचन पदाधिकारी को धमकी देने की बात कही। इस पर शंकर राव समर्थकों और मजिस्ट्रेट के बीच बहसा-बहसी हो गई। इसके बाद मजिस्ट्रेट भी गाड़ी में बैठकर चले गए। --

बिष्टुपुर पुलिस को दी गई सूचना

मजिस्ट्रेट द्वारा बिष्ष्टुपुर थाना को इसकी सूचना दे दी गई। बिष्टुपुर थाना प्रभारी की मध्यस्थता में मंदिर परिसर में देर शंकर राव समर्थकों के साथ बातचीत जारी है। फिलहाल राम मंदिर चुनाव को लेकर संशय बरकरार है। चुनाव प्रक्रिया आगे जारी रहेगी या नहीं यह पूरी तरह अब वर्तमान कमेटी के अध्यक्ष शंकर राव पर निर्भर है। जब शंकर राव से इस संबंध में अधिकृत रूप से पूछा गया कि चुनाव प्रक्रिया आगे जारी रहेगी या नहीं इस पर बातचीत चल रही है, जो फैसला होगा बता दिया जायेगा।

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मजिस्ट्रेट की धमकी बर्दाश्त नहीं : शंकर राव

राम मंदिर की वर्तमान कमेटी के अध्यक्ष शंकर राव ने कहा कि नामांकन पत्र वितरण के दौरान प्रशासन द्वारा तैनात किए गए मजिस्ट्रेट निर्वाचन पदाधिकारी को धमकी दे रहे हैं। यह उनसे बर्दाश्त नहीं हुआ। कोई भी बाहरी व्यक्ति ट्रस्टी सह निर्वाचन पदाधिकारी को धमकाये यह बर्दाश्त के बाहर है। इस कारण मजबूरी में पदाधिकारियों से बकझक करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रेटों की दादागिरी बर्दाश्त के बाहर है।

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हमने कुछ गलत नहीं किया : मजिस्ट्रेट

राम मंदिर के नामांकन पत्र वितरण के दौरान हंगामा के आसार को देखते हुए एसडीओ की ओर से तैनात किए गए मजिस्ट्रेट डीके पांडेय व अनीश कुमार ने हम निष्पक्ष चुनाव कराने के पक्ष में हैं। अध्यक्ष शंकर राव द्वारा बेतुका बातें कहीं जा रही थी। किसी भी संविधान में मात्र केस का बहाना बनाकर मतदान करने से रोकना और उन्हें चुनाव लड़ने न देना उचित नहीं है। हमने दोनों पक्षों से बातचीत के जरिये मामले का हल करने को कहा है। शंकर राव मनगढ़ंत आरोप लगाया जा रहा है, जबकि मजिस्ट्रेट के सामने किसी ने कोई धमकी नहीं दी।


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