सर्दी-खांसी की दवा खरीदने वालों पर प्रशासन गंभीर, रोजाना जमा करनी होगी रिपोर्ट
दैनिक जागरण में 13 अप्रैल को छपी खबर सर्दी-खांसी की दवा खाकर कहीं छिपा तो नहीं रहे संक्रमण को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : दैनिक जागरण में 13 अप्रैल को छपी खबर 'सर्दी-खांसी की दवा खाकर कहीं छिपा तो नहीं रहे संक्रमण' को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। सिविल सर्जन के माध्यम से सभी ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देश दिया गया है कि दवा दुकानदारों को निर्देशित करें की फ्लू के उपचार में आने वाली दवाओं के खरीददारों की संपूर्ण जानकारी एकत्र कर कोविड-19 कंट्रोल रूम को प्रतिदिन उपलब्ध कराएं। वहीं सभी निजी प्रैक्टिशनर अथवा चिकित्सक को भी निर्देश दिया गया है कि वे फ्लू के लक्षण वाले मरीजों की संपूर्ण जानकारी एकत्र कर कोविड-19 कंट्रोल रूम अथवा जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं।
जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव व रोकथाम के उद्देश्य से हर एक पहलू पर विशेष रूप से निगरानी किया जा रहा है। इससे यह पता लगाया जा सके कि कहीं हाल के दिनों में फ्लू के उपचार में आने वाली दवाओं की बिक्री में बढ़ोतरी तो नहीं हुई है। क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रारंभिक लक्षण फ्लू अर्थात सर्दी, सुखी खांसी, गले में हल्के दर्द की शिकायत होती है। जो आमतौर पर साधारण फ्लू की तरह ही होती है। लेकिन दो से तीन दिनों में कोरोना वायरस के संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होती है और धीरे-धीरे उसकी तकलीफ बढ़ जाती है। लोग कोरोना वायरस के संक्रमण को साधारण फ्लू समझने कि भूल न करे। इसलिए यह जरूरी है कि लोग फ्लू की दवा खरीद रहे हैं, उनकी पूरी जानकारी जिला प्रशासन के पास उपलब्ध हो। जिसके आधार पर कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के लिए रणनीति बनाई जा सके।