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पोलियो फर्जीवाड़ा में हुआ बड़ा खेल, बाल श्रम कानून का भी उल्लंघन

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पोलियो अभियान से जुड़ी अनियमितता में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। द

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Mar 2018 08:37 PM (IST)Updated: Sun, 18 Mar 2018 08:37 PM (IST)
पोलियो फर्जीवाड़ा में हुआ बड़ा खेल, बाल श्रम कानून का भी उल्लंघन
पोलियो फर्जीवाड़ा में हुआ बड़ा खेल, बाल श्रम कानून का भी उल्लंघन

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पोलियो अभियान से जुड़ी अनियमितता में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। दैनिक जागरण की पड़ताल में पोलियो फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद इससे जुड़ी अनियमितता परत-दर-परत सामने आ रही है। अभियान से जुड़े एक कर्मचारी ने बताया कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बीते कई सालों से सिर्फ कागजों पर ही पूरी हो रही है। जांच अगर सही ढंग से हुई तो पूरी हकीकत सामने आ जाएगी।

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पूर्वी सिंहभूम जिले में इस साल 11 से 13 मार्च तक अभियान चलाया गया था। इसके तहत कुल तीन लाख 81 हजार बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने इस लक्ष्य को पूरा करने का दावा भी कर दिया, लेकिन दैनिक जागरण की पड़ताल में यह दावा कहीं टिक नहीं पाया। पता ला कि शहर के कई क्षेत्रों में पोलियो अभियान की टीम पहुंची ही नहीं। जिससे सैकड़ों बच्चे पोलियो ड्रॉप पीने से वंचित रह गए। इसकी तह में जाने से यह बात सामने आ रही है कि अभियान को अंजाम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी छह एनजीओ पर थी।

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सिर्फ कागज में दिखाया जाता आंकड़ा

अभियान से जुड़े एक कर्मचारी ने दावा किया कि पोलियो अभियान की गहन जांच होने पर यह साफ हो जाएगा कि इसमें कितना बड़ा फर्जीवाड़ा है। इसमें जितने भी एनजीओ को रखा गया है वे सिर्फ खानापूर्ति करते हैं। कागज में जितने लोगों को दिखाया जाता है उतने लोग अभियान में शामिल होते ही नहीं हैं। उनके नाम पर सिर्फ पैसे की उगाही होती है। इतना ही नहीं, इस अभियान बाल श्रम कानून का भी उल्लंघन किया गया है। दो दर्जन से अधिक वैसे किशोर इस अभियान में शामिल किए गए थे जिनकी उम्र 18 साल से कम थी। गौरतलब हो कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कुल 2600 कर्मचारियों को लगाया था।

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जांच के लिए जल्द आएगी विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम

दैनिक जागरण में पोलियो फर्जीवाड़ा का मामला उजागर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे ने इसकी जांच कराने का आदेश दिया है। उन्होंने निदेशक प्रमुख-स्वास्थ्य सेवाएं डा. सुमंत मिश्रा को इसकी थर्ड पार्टी जांच विश्व स्वास्थ्य संगठन की राज्य इकाई से कराने को कहा है। इस मामले की जांच के लिए इसी सप्ताह रांची से टीम पहुंचेगी।

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पोलियो अभियान में इनकी सहभागिता

- जुस्को, परिवार कल्याण संस्थान (पीकेएस), आइसीडीएस, संपूर्ण विकास केंद्र, मानगो बिरसा एमडब्लूएफ, व्यक्तित्व विकास संस्थान।

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ऐसे हुआ पोलियो फर्जीवाड़े का खुलासा

13 मार्च को अभियान खत्म होने के बाद दैनिक जागरण की टीम ने 14 मार्च को मानगो, साकची, बिष्टुपुर, टेल्को, सोनारी तथा कदमा क्षेत्र की पड़ताल की थी। इस दौरान पाया गया था कि पोलियो अभियान की टीम उन क्षेत्रों में पहुंची ही नहीं है। जिसके कारण सैकड़ों बच्चे ड्रॉप पीने से वंचित रह गए हैं।

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इन इलाकों में अबतक नहीं पहुंची टीम

नेशनल हाइवे स्थित सहारा सुंदर वन, चेपापुल स्थित एरिना टावर, टेल्को। इसके साथ ही मानगो, कदमा के कई अपार्टमेंटों में टीम अबतक नहीं पहुंची है।

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जिन-जिन क्षेत्रों में टीम नहीं पहुंच पाई है उन क्षेत्रों में जाकर छूटे हुए बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाया जा रहा है। जबतक सभी बच्चों को ड्रॉप पिला लिया नहीं जाता तबतक यह अभियान जारी रहेगा।

- डॉ. महेश्वर प्रसाद, सिविल सर्जन।

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