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लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक बोल कर 63 आजमीन रवाना

लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक बोलते हुए जमशेदपुर शहर के 63 आजमीन हज यात्रा पर रवाना हुए। सबों को यहां कार्यक्रम अायोजित कर विदाई दी गई।

By Edited By: Published: Sun, 21 Jul 2019 12:00 AM (IST)Updated: Sun, 21 Jul 2019 11:59 AM (IST)
लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक बोल कर 63 आजमीन रवाना
लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक बोल कर 63 आजमीन रवाना

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता।  लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक बोलते हुए शहर के 63 आजमीन शनिवार की रात रांची के हज हाउस पहुंच गए। इनमें से 12 आजमीन को गांधी मैदान में संस्था इत्तेहादुल मुसलेमीन ने विदाई दी। इस मौके पर आजमीन को तसबीह, टोपी और जानमाज तोहफे में दी गई। आजमीन को रांची तक ले जाने के लिए संस्था ने बस का इंतजाम किया था, लेकिन ये आजमीन अपने वाहन से ही हज हाउस के लिए रवाना हुए। रात को रांची पहुंचे आजमीनों ने हज हाउस में अपनी रिपोर्ट कर दी है।

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मानगो के गांधी मैदान में आजमीन-ए-हज को विदा करने के लिए बना विशाल पंडाल खचाखच भरा था। इत्तेहादुल मुसलेमीन के अध्यक्ष हाजी फिरोज खान और डा. अफरोज शकील ने सभी हज यात्रियों मो. जमाल, अब्दुल कय्यूम खान, अब्दुल कलाम को एहतेराम से ले जाकर आगे की कुर्सियों पर बैठाया। महिलाओं के लिए अलग से इंतजाम था। महिला हज यात्रियों रईसा बेगम, अनवरी आदि को भी महिलाओं के पंडाल में बैठाया गया। इसके बाद दोनों ने आजमीन को तसबीह, टोपियां और जानमाज भेंट की। जोहर की नमाज के बाद तकरीबन दो बजे आजाद बस्ती दो नंबर रोड स्थित बारी मस्जिद के पेश इमाम मौलाना अब्दुल जब्बार की कुरआन करीम की तिलावत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

मौलाना ने नात शरीफ पढ़ी

इसके बाद मौलाना अब्दुल जब्बार ने नात शरीफ पढ़ी। वलीयुर रहमान ने भी नात पढ़ी। कार्यक्रम का संचालन कर रहे इत्तेहादुल मुस्लेमीन के डॉक्टर अफरोज शकील ने एक-एक कर सभी आजमीन के बारे में जानकारी दी। तलबिया हाजी फिरोज खान ने पढ़ा। इसके बाद मदीना मस्जिद के पेश इमाम मुफ्ती अब्दुल मालिक मिस्बाही ने आपसी भाईचारे, एकता, सद्भाव आदि के लिए दुआ की। धन्यवाद ज्ञापन शाकिर खान ने किया। इस मौके पर जकी अजमल सोनू, शेर अली शेरू, मो. हफीज, इफ्तेखार अहमद, ताहिर हुसैन, मो. मुमताज, फिरोज आलम आदि थे।

दुआ के लिए आए 135 पर्चे

हज यात्रियों की विदाई के मौके पर बारी मस्जिद के पेश इमाम हाजी अब्दुल जब्बार और मदीना मस्जिद के पेश इमाम अब्दुल मालिक मिस्बाही के पास दुआओं के 135 पर्चे आए। इनमें ज्यादातर सेहत, लड़कियों की शादी और तालीम से जुड़े हुए थे। किसी ने किसी अपने की बीमारी के ठीक होने की दुआ कराई तो किसी ने अपने बच्चे का पढ़ाई में दिल लगे इसके लिए दुआ कराई।

नम आंखों से दी गई विदाई

आजमीन-ए-हज को नम आंखों से विदाई दी गई। महिलाओं के पंडाल में महिला हज यात्रियों को विदा करते वक्त महिलाएं रो पड़ीं। महिलाओं ने महिला हज यात्रियों से काबे शरीफ के पास मकामे इब्राहिम पर सब के लिए दुआ करने को कहा।

आजमीन से मुसाफा कर जताया एहतेराम

लोगों ने पंडाल में बैठे आजमीन-ए-हज से मुसाफा कर उनका एहतेराम किया। लोगों ने सभी आजमीन से अपने लिए दुआ करने को कहा। उनसे कहा गया कि वो हज पर मुल्क और शहर के लिए दुआ करेंगे। वर्तमान हालात ठीक हों इसके लिए भी दुआ के लिए मिन्नत की गई।

आज साढ़े 12 बजे है फ्लाइट

शहर से शनिवार को रांची के लिए रवाना हुए 63 आजमीन की फ्लाइट रविवार को है। ये आजमीन रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से दोपहर 12.30 बजे रांची के लिए रवाना होंगे। इनमें से 33 आजमीन साकची जामा मस्जिद और 30 आजमीन मदरसा फैजुल उलूम के हैं।


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