गुरुचरण सिंह बिल्ला और उसकी पत्नी ने की शूटर पहचान Jamshedpur News
घाघीडीह जेल में बंद शूटर उत्तम पंडा व राजकिशोर महतो की पहचान परेड हुई। गुरचरण सिंह बिल्ला और उसकी पत्नी ने दोनों की पहचान की।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला व उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर ने उनपर (बिल्ला पर) फायङ्क्षरग करने वाले शूटरों की पहचान कर ली। न्यायालय के आदेश पर मामले में गिरफ्तार किए गए शूटर उत्तम पंडा उर्फ बुढ़ा और राज किशोर महतो की मजिस्टे्रट की उपस्थिति में जेल में पहचान परेड कराई गई। इसमें दोनों को बिल्ला व उनकी पत्नी ने पहचान लिया।
गौरतलब हो कि नौ नवंबर को अपराधियों ने सीतारामडेरा गुरुद्वारा की ओर जाने वाले रास्ते में बिल्ला को गोली मार घायल कर दिया था। पुलिस ने इस मामले में रविवार को ही आरोपित शूटर उत्तम पंडा और राज किशोर महतो को गिरफ्तार किया था। सोमवार को ही दोनों को न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद घाघीडीह सेंट्रल जेल भेज दिया था। वहीं बिल्ला की हत्या की साजिश रचने के मामले में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे और अमरजीत सिंह अंबे पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं और 19 नवंबर से जेल में हैं। अंबे ने ही पुलिस को पूछताछ में शूटरों के नाम बताए थे।
बिल्ला की पत्नी ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी
फायङ्क्षरग मामले की प्राथमिकी गुरुचरण सिंह बिल्ला की पत्नी गुरप्रीत कौर ने सीतारामडेरा थाना में दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने कहा था कि पति के साथ वह भी रोज मार्निंग वॉक के लिए निकलती थी। दोनों सीतारामडेरा गुरुद्वारा पहुुंच कर मत्था टेकते थे। घटना के दिन सुबह चार बजे सीतारामडेरा गुरुद्वारा की तरफ पैदल जा रहे थे। जैसे ही सीतारामडेरा थाने से आगे पहुंचे तो दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने घेर लिया। इस बीच एक बोलेरो भी आकर रुक गई। बोलेरो में सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे और सिदगोड़ा सुखिया रोड के अमरजीत सिह अंबे सवार थे।
बदमाश के हाथ से फिसल गई पिस्टल
पुलिस को बिल्ला की पत्नी ने बताया कि हमला करने आए एक अपराधी ने बाइक रोक पति (बिल्ला) पर पिस्टल तान दी और गोली चलानी चाही। किस्मत अच्छी थी कि गोली चलने से पहले ही उसके हाथ से पिस्टल गिर गई। मौका मिल गया और वो पति के साथ बस्ती की तरफ भागी। तभी पीछे से दो बदमाशों ने अपनी पिस्टल से गोली चला दी। दो गोली पीठ में और एक गोली पति के सिर के पीछे के हिस्से में लगी। गोली चलाने के बाद अपराधी पिस्टल लहराते हुए फरार हो गए।
पांच लाख में हुआ था हत्या करने का सौदा
शूटर उत्तम पंडा और राजकिशोर ने बताया कि बिल्ला की हत्या के लिए गुरमुख सिंह मुखे और अमरजीत सिंह अंबे से पांच लाख रुपये में सौदा हुआ था। बतौर 50 हजार रुपये अग्रिम राशि दी गई थी। काम होने के बाद बाकी राशि देने पर सहमति बनी थी। शूटरों ने बताया कि घटना के दिन नौ नवंबर को गुरुचरण सिंह बिल्ला पर फायङ्क्षरग की, लेकिन संयोग से वह बच गया इसलिए सौदे की रकम वे लोग मांगने नहीं गए। घटना के बाद उत्तम पंडा ओडिशा और राजकिशोर महतो सरायकेला-खरसावां जिले के नीमडीह चला गया। पुलिस ने चांडिल से राजकिशोर महतो और गालूडीह के महुलिया बंगाली पाड़ा से उत्तम पंडा को गिरफ्तार किया।