तार कंपनी में लग रहा ग्रेफीन पाउडर प्लांट, जानिए इससे क्या होगा Jamshedpur News
टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई तार कंपनी (आइएसडब्ल्यूपी) के विस्तारीकरण कार्य का शुरू है। कोरोना संक्रमण के बीच किसी कंपनी का लगना है सुखद है।
By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2020 12:43 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2020 12:43 PM (IST)
जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई तार कंपनी (आइएसडब्ल्यूपी) के विस्तारीकरण कार्य का शुरू है। कोरोना संक्रमण के बीच किसी कंपनी का लगना है सुखद है। लॉकडाउन के बीच ही तार कंपनी के प्रांगण में ग्रेफीन पावडर प्लांट का उद्घाटन किया गया है। कंपनी के अंदर एक हजार वर्ग फुट जमीन पर नये संयंत्र की रूप-रेखा तैयार की जायेगी। इसे लेकर कंपनी में फाउंडेशन का काम शुरू है। शेड बनाये जा रहे हैं तो मशीनों को स्थापित करने के लिए जगह-जगह स्थान चिन्हित किया गया है। बहुत जल्द फर्नेस बन कर तैयार होगा तो साल के अंतिम महीने तक प्लांट बनकर तैयार हो जायेगा।
कंपनी सूत्रों के मुताबिक यह भारत की पहली ऐसी अत्याधुनिक कंपनी होगी जिसमें तैयार पाउडर का इस्तेमाल कंपनी के रड समेत अन्य लोहे, स्टील की वस्तुओं को कोटिंग करने में किया जायेगा। पाउडर का इस्तेमाल करने के बाद लोहे या स्टील पर जंक नहीं लगेगी तो उसे मजबूती भी मिलेगी। आइएसडब्ल्यूपी प्रबंधन के प्रयास से भारत सरकार ने इस अत्याधुनिक पाउडर को निर्माण करने का संयंत्र का लाइसेंस प्रदान किया है।
एक माह में 100 टन बनाने की है क्षमता
तार कंपनी में स्थापित होने वाले अत्याधुनिक ग्रेफीन प्लांट का उत्पादन लक्ष्य एक माह में 100 टन रखा गया है। वहीं पूरे एक साल में कंपनी में 1200० एमटी पाउडर का निर्माण होना है। पूर्ण रूप से उत्पादन कार्य शुरू होने के बाद कंपनी का टर्नओवर काफी बढ़ जायेगा। कंपनी के निर्मित पाउडर ग्राम के हिसाब से भी बिकेंगे, जो काफी महंगा है। कंप्यूटर, टीबी, फ्रीज, अलमिरा जैसे अन्य वस्तुओं में भी इस पाउडर का इस्तेमाल किया जायेगा।
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