टिमकेन यूनियन की कमेटी मीटिंग में ग्रेड रिवीजन पर जोर
टिमकेन वर्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग में लंबित ग्रेड रिवीजन समझौता जल्द से जल्द कराने की मांग सदस्यों ने उठायी।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टिमकेन वर्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग में लंबित ग्रेड रिवीजन समझौता जल्द से जल्द कराने की मांग सदस्यों ने उठायी। यूनियन के अध्यक्ष आस्तिक महतो की अध्यक्षता में कमेटी मीटिंग लगभग एक घंटे चली।
बैठक में यूनियन नेताओं ने एक स्वर में कर्मचारियों का लंबित ग्रेड समझौता के लिए प्रबंधन पर दबाव बढ़ाने की बात कही। टिमकेन के कर्मचारियों का कर्मचारियों का ग्रेड 1 मई 2017 से लंबित है। यूनियन ने चार्टर ऑफ डिमांड प्रबंधन को सौंप दिया है लेकिन प्रबंधन-यूनियन में विवाद गहराने से अब तक समझौता नहीं हो सका है। टिमकेन में ग्रेड वार्ता शुरू
टिमकेन इंडिया लिमिटेड कर्मचारियों के लंबित ग्रेड रिवीजन समझौते को लेकर मंगलवार को कंपनी प्रबंधन व यूनियन के बीच विवाद के बाद एक बार फि र वार्ता शुरू हुई हालांकि वार्ता में कोई हल नहीं निकला। कंपनी के ट्रेनिंग रूम में हुई वार्ता में प्रबंधन पक्ष से सुमित कुमार शर्मा, विनय, यूनियन से डिप्टी प्रेसिडेंट एलपी सिंह, संजय दत्ता, अनिल सिंह आदि शामिल हुये।
टाटा स्टील में फिक्स-अप के लिए ऑनलाइन करना होगा आवेदन
टाटा स्टील में अब फिक्स-अप के लिए ऑनलाइन ही आवेदन करना होगा। वरीयता के आधार पर कर्मचारियों का क्वार्टर फिक्स-अप होगा। अगर संबधित कर्मचारी क्वार्टर नहीं लेगा तो दूसरी वरीयता वाले कर्मचारियों को फिक्स-अप वाला क्वार्टर ट्रांसफर हो जाएगा। टाटा स्टील और टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के बीच क्वार्टर फिक्स-अप पर बैठक हुई। कंपनी की ओर से क्वार्टर फिक्स-अप के लिए नई प्रक्रिया शुरू हो रही है। अभी तक कर्मचारी आपसी सहमति से क्वार्टर फिक्स-अप कर लेते थे, लेकिन यूनियन नेतृत्व की एक गलती के कारण यह बंद हो चुका है।
ऑनलाइन करना होगा आवेदन
अब कर्मचारियों को दो माह पूर्व ऑनलाइन ही फिक्स-अप के लिए आवेदन करना होगा। हालांकि बैठक में फिक्स-अप को लेकर पूरा मसौदा तैयार नहीं हुआ है लेकिन जल्द ही इसे मूर्त रूप देने की तैयारी की जा रही है। बैठक में कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट, एचआरएम एसडी त्रिपाठी, चीफ एचआर स्टील संदीप धीर, ग्रुप चीफ आइआर जुबिन पालिया जबकि यूनियन से अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय और महासचिव सतीश कुमार सिंह उपस्थित थे।
लीव बैंक पर भी हुई चर्चा
बैठक में लीव बैंक पर भी चर्चा हुई। बैठक में इसके मसौदे पर चर्चा हुई कि इसे कंपनी में कैसे क्रियान्वित किया जाएगा। इसके लिए बनने वाली कमेटी में किस स्तर के अधिकारी व यूनियन पदाधिकारी शामिल होंगे। कर्मचारियों को अधिकतर कितने दिनों की छुट्टी इस बैंक से दी जा सकती है।
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