इसी माह टाटा मोटर्स कर्मियों के ग्रेड पर मुहर Jamshedpur News
टाटा मोटर्स कर्मचारियों के लिए तीन साल के लिए होगा रिवीजन पुणे प्लांट की तर्ज पर किया जाएगा वेतन समझौता। एनएस ग्रेड में बहाल होंगे अस्थायी कर्मचारी।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता )। टाटा मोटर्स कर्मचारियों का ग्रेड एक अप्रैल-19 से लंबित है। ग्रेड पर प्रबंधन-यूनियन के बीच कई दौर की वार्ता हुई है लेकिन अभी तक समझौता नहीं हो पाया है। इधर कंपनी में आई मंदी की वजह से वार्ता का दौर बंद है। फिर आठ से 11 अगस्त तक कंपनी में ब्लॉक-क्लोजर है। अब उम्मीद है कि 15 अगस्त के बाद ही वार्ता का दौर रफ्तार पकड़ेगी तथा चालू माह के अंतिम सप्ताह में ग्रेड रिवीजन समझौता हो जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक प्रबंधन- यूनियन के बीच समय रहते समझौते करने पर सहमति बन गई है। पुणे की तर्ज पर यहां भी तीन साल के लिए रिवीजन होगा। प्रत्येक साल कर्मचारियों के वेतन में बढ़ी हुई राशि दी जाएगी। मंदी के बावजूद तीन साल का समझौता कर्मचारियों के लिए लाभदायी साबित होगा।
ग्रेड पर टिकी अस्थायी कर्मियों की नजर
टाटा मोटर्स कर्मचारियों के ग्रेड पर स्थायी से ज्यादा अस्थायी कर्मियों की नजर टिकी हुई है। ग्रेड के साथ अस्थायी कर्मियों को परमानेंट करने की परंपरा है। ऐसे में अस्थायी कर्मी ग्रेड को लेकर काफी उत्सुक है। इधर खबर है कि पहली बार अस्थायी कर्मियों को नए ग्रेड एनएस में परमानेंट किया जाएगा। टाटा स्टील की तर्ज पर यहां भी एनएस ग्रेड बनाने की तैयारी है। हालांकि एनएस ग्रेड के कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन छह साल के लिए होता है लेकिन यहां टाटा मोटर्स में कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन तीन साल पर ही होगा। जानकारी के मुताबिक कंपनी में स्थायी कर्मियों की संख्या पांच हजार तो अस्थायी करीब 4300 होंगे।
31 जुलाई-17 में हुआ था 305 का स्थायीकरण
31 जुलाई-17 में 305 अस्थायी कर्मियों का परमानेंट किया गया था। ये सभी 2008 बैच के अप्रेंटिस थे। ग्रेड के साथ परमानेंट नहीं होने पर बोनस समझौते में अस्थायी कर्मियों का परमानेंट हुआ था।
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