गोविंदपुर जलापूर्ति का ट्रायल बंद, नहीं हैं गर्मी में पानी के आसार
पिछले साल नवंबर से शुरू छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना का ट्रायल बंद हो गया है। इससे इस साल गर्मी में गोविंदपुरवासियों को पानी मिलने के आसार कम हो गए हैं।
अरविंद श्रीवास्तव, जमशेदपुर : पिछले साल नवंबर से शुरू छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना का ट्रायल बंद हो गया है। इससे इस साल गर्मी में गोविंदपुरवासियों को पानी मिलने के आसार कम हो गए हैं। गोविंदपुर को नीर निर्मल योजना के तहत पानी कब मिलेगा, यह बताना मुश्किल है।
गर्मी की आहट के साथ ही क्षेत्र के जलस्रोत सूखने लगे हैं तो चापाकल भी जवाब देने लगा हैं। गोविंदपुर-परसुडीह के लाखों लोगों को इस गर्मी में भी पानी के लिए भटकना पड़ेगा। नीर निर्मल योजना के तहत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए आगामी एक मई की तारीख तय की गई थी। इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आइएलएंडएफएस) के अधिकारियों ने जिला प्रशासन को एक मई तक नियमित रूप से पानी आपूर्ति करने का भरोसा दिया था। पिछले साल से ऐसी कई तारीख तय की गई। सभी तारीखें ढाक के तीन पात साबित हुईं। गोविंदपुर से परसुडीह तक सुचारू व नियमित पानी मिले, आगामी दो माह में इसके आसार बहुत कम दिख रहे हैं। इसको लेकर लोगों में मायूसी है।
बंद है ट्रायल
बीते जनवरी से जलापूर्ति के लिए ट्रायल चल रहा था। लुआबासा के इंटक वेल से हुडको ट्रीटमेंट वाटर प्लाट तक पानी पिछले साल दिसंबर में ही पहुंच गया था। इसके बाद ट्रीटमेंट प्लाट से 23 लाख लीटर वाली गोविंदपुर टंकी जनवरी में फुल की गई थी। इसके बाद से ही पहले पाच प्रतिशत वाल्व खोलकर पानी भेजने का ट्रायल किया गया। इसके बाद 20 फीसद तक वाल्व खोला गया, परंतु अब तक फु ल वाल्व खोलकर ट्रायल नहीं हो सका है, जिससे पानी का रेंज (स्पीड) का पता चल सके।
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गोविंदपुर डबल स्टोरी तक नहीं पहुंचा पानी
गोविंदपुर तीन तल्ला के लोगों ने बताया कि इस इलाके में अब तक ट्रायल नहीं किया गया। पाइप लग गया है लेकिन पानी का पता नहीं है। अभी ट्रायल का काम ही पूरा नहीं हुआ तो इतनी जल्दी पीने का पानी लोगों को कैसे मयस्सर होगा।
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गोविंदपुर वितरण लाइन साफ नहीं
गोविंदपुर वितरण लाइन साफ नहीं है। गोविंदपुर को पाच जोन में बाटा गया है, जो अब तक पूरी तरह क्लीयर नहीं है। कई लोगों के घरों तक ट्रायल का पानी ही नहीं पहुंचा है।
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पानी बेचने वालों की चांदी
गोविंदपुर क्षेत्र में कई लोग पानी का व्यवसाय कर रहे हैं। बोरिग के जरिए घर-घर पानी पहुंचाने का काम होता है। इससे प्रतिमाह मोटी कमाई होती है।
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गर्मी शुरू होने से पहले नियमित रूप से पानी मिलना था जो अभी तक पूरा नहीं हुआ। एक मई तक पानी देने का वादा जिला प्रशासन द्वारा दिया गया था, फिर मालूम हुआ कि पाइप लाइन के कार्य पूरा नहीं हो पाया है। इस संबंध में समय-समय पर जिला प्रशासन के लोगों को अवगत कराया गया है, पत्राचार भी हुआ है। गर्मी से पहले पानी नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण होगा। डीसी से मिलकर शिकायत करेंगे।
-सुनीता साह, जिला परिषद सदस्य