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मजदूरों की भावना से खेल रही सरकार : बुद्धेश्वर

मुसाबनी बाजार स्थित आजसू पार्टी कार्यालय में गुरुवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर सूरदा माइंस लीज नवीकरण में हो रहे विलंब एवं मजदूरों के साथ खिलवाड़ किए जाने पर आजसू नेताओं ने झारखंड सरकार एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथों लिया। आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव सह जिला पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू एवं केंद्रीय सचिव सह पूर्व जिला पार्षद राजू कर्मकार ने प्रेस वार्ता में कहा कि माइंस बंद होकर 15 महीने बीतने को है..

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Jun 2021 09:30 AM (IST)Updated: Fri, 25 Jun 2021 09:30 AM (IST)
मजदूरों की भावना से खेल रही सरकार : बुद्धेश्वर
मजदूरों की भावना से खेल रही सरकार : बुद्धेश्वर

संसू, मुसाबनी : मुसाबनी बाजार स्थित आजसू पार्टी कार्यालय में गुरुवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर सूरदा माइंस लीज नवीकरण में हो रहे विलंब एवं मजदूरों के साथ खिलवाड़ किए जाने पर आजसू नेताओं ने झारखंड सरकार एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथों लिया।

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आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव सह जिला पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू एवं केंद्रीय सचिव सह पूर्व जिला पार्षद राजू कर्मकार ने प्रेस वार्ता में कहा कि माइंस बंद होकर 15 महीने बीतने को है। लेकिन सुरदा माइंस का लीज नवीकरण कराने में स्थानीय विधायक एवं राज्य सरकार अब तक पूरी तरह विफल है। बुद्धेश्वर मुर्मू ने स्थानीय विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक विगत 15 महीने से मजदूरों को बरगला रहे हैं। यह मजदूरों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। कहा कि सिंहभूम के विधायक मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत भेंट कर सारे बंद माइंस को खुलवाने में सफल रहे। लेकिन सूरदा माइंस को लेकर स्थानीय विधायक मुख्यमंत्री से कितनी बार मिले हैं? माइंस के 15 महीने से बंद होने के कारण रोजगार के आस में अभी तक 18 मजदूर काल के गाल में समा चुके हैं। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि एचसीएल ने अपने स्तर से लीज के लिए सारी प्रक्रिया पूरी कर राज्य सरकार को समर्पित कर दी है। फिर लीज नवीकरण में इतनी देर क्यों? रोजगार नहीं होने के कारण मजदूरों को अपना भरण-पोषण करने कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। नेताओं ने कहा कि हम माइंस के तमाम मजदूरों से अपील करते हैं कि सुरदा माइंस के लीज नवीकरण के लिए सड़क पर परिवार संग उतरकर इसे जनांदोलन का रूप दें और इसका नेतृत्व भी सिर्फ मजदूरों के हाथों में हो। कोरोना महामारी सामान्य होने पर सारे मजदूरों के साथ बैठक कर जनांदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। प्रेस वार्ता में गौरांग बेसरा, ओमियो महतो, फागू सोरेन, रवि सिंह, सुनील महाली आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।


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