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प्ले आफ में पहुंचना है तो गोलकीपिंग को करना होगा मजबूत

जमशेदपुर अगर जमशेदपुर एफसी को प्ले आफ में जगह बनानी है तो उसे अपनी गोलकीपिंग को मजबूत करना होगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 01:22 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 01:22 PM (IST)
प्ले आफ में पहुंचना है तो गोलकीपिंग को करना होगा मजबूत
प्ले आफ में पहुंचना है तो गोलकीपिंग को करना होगा मजबूत

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : अगर जमशेदपुर एफसी को प्ले आफ में जगह बनानी है तो उसे अपनी गोलकीपिंग को मजबूत करना होगी। स्पाइडरमैन के नाम से विख्यात सुब्रता पाल इस बार मेन आफ स्टील का हिस्सा नहीं है। ऐसे में टीम के लिए यह पक्ष काफी चुनौतीपूर्ण है। इंडियन सुपर लीग के अपने तीन साल के इतिहास में अब तक के शीर्ष चार अंकों से चूकने के बाद गत सीजन में टीम पाचवें से पिछड़कर आठवें स्थान पर आ गई थी।

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मेन आफ स्टील ने इस बार गोल्डन बूट विजेता नेरिजस वाल्सिकस, संडरलैंड के पूर्व डिफेंडर पीटर हार्टले, ब्राजील के मिडफील्डर एलेक्स लीमा और नाइजीरियाई फारवर्ड स्टीफन ईज को अपनी टीम में शामिल किया है। एफसी गोवा के तेज विंगर जैकीचंद सिंह के अलावा कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी टीम में हैं। हालाकि, इस बार मेमो (चेन्नईयिन), सेंटर-बैक तिरी (एटीके मोहन बागान) और सबसे उल्लेखनीय गोलकीपर सुब्रत पॉल (हैदराबाद एफसी) टीम के हिस्सा नहीं होंगे। इस बार टीम ने शाट स्टापर्स (गोलकीपर) के रूप में केरला ब्लास्टर्स के टीपी रेनेश और नार्थ ईस्ट यूनाइटेड के पवन कुमार को शामिल किया है। अन्य विकल्प नीरज कुमार, राज महतो और विशाल यादव के रूप में हैं। ये सभी युवा व बहुत अनुभवी नहीं हैं। नार्थ ईस्ट यूनाइटेड को गत सीजन में पवन कुमार ने प्ले आफ में पहुंचाने में महती भूमिका निभाई थी। उन्होंने 16 सत्रों से 35 क्लीन सेव के साथ छह क्लीन शीट रखे थे। गोलकीपिंग कोच राबर्ट जर्नी के लिए पवन दूसरा विकल्प होंगे।

30 वर्षीय पवन ने जेसीटी एफसी के साथ 10 साल पहले करियर की शुरुआत की थी। उसने बेंगलुरु एफसी के साथ खेलते हुए आइ लीग व फेडरेशन कप का खिताब भी अपने नाम किया है। चेन्नईयन एफसी के साथ दो आइएसएल खिताब जीतने वाले पवन की तुलना सुब्रता पाल से जरूर की जाएगी।

दूसरी ओर, रेहनेश टीपी आइएसएल के उद्घाटन सत्र में विशेष रूप से प्रभावशाली थे, जहा उन्होंने नार्थ इस्ट यूनाइटेड के लिए 12 मैचों में पाच क्लीन सीट किए। उस प्रदर्शन ने उन्हें हाइलैंडर्स में एक स्थायी अनुबंध दिया। पिछले सत्र में केरला ब्लास्टर्स में शामिल होने से पहले उन्होंने शिलांग लाजोंग और ईस्ट बंगाल ने उन्हें लोन पर भी लिया था। केरला ब्लास्टर्स की ओर से खेलते हुए वह 25 गोल खाए, दो क्लीन सीट के साथ 23 गोल भी बचाए। उनकी आखिरी आउटिंग कोच्चि में उनके घरेलू समर्थन के सामने केरला ब्लास्टर्स के लिए चेन्नईयिन एफसी के हाथों 6-3 की हार के साथ समाप्त हुई। नार्थ ईस्ट यूनाइटेड के केरला ब्लास्टर्स पहुंचते ही उनका प्रदर्शन 70 फीसद से घटकर 47.91 फीसद पर आ गिरा। अगर जमशेदपुर एफसी को मजबूत शुरुआत करनी है तो इस गोलकीपर को अपना पुराना आत्मविश्वास वापस लाना होगा। मंगलवार को चेन्नईयन एफसी के खिलाफ मैच में पवन व रेहनेश में कौन अंतिम एकादश में जगह बना पाते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।


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