Ghatshila Water Crisis: करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी पानी के लिए तरस रहे लोग, अभी से दिखने लगी नल-जल योजना में खामियां
Ghatshila Water Crisis योजना में पुरानी टंकियों का इस्तेमाल किया गया। इन्हीं में से मुसाबनी नंबर दो स्थित पुरानी पानी टंकी जो कि शुक्रवार को पाइप फटने के कारण लीक कर गई। इसके कई मोटे पाइप फट गए। जिसके कारण हजारों गैलन पानी सड़कों पर बह कर बर्बाद होने लगा।
घाटशिला (मुसाबनी), जासं। मुसाबनी प्रखंड में 36 करोड़ की वृहद पेयजल परियोजना लगभग पूर्ण हो चुकी है। कार्यकारी एजेंसी के द्वारा मुसाबनी प्रखंड क्षेत्र के लगभग 7600 घरों में पानी का कनेक्शन 310 रुपये लेकर दे दिया गया है। बावजूद इसके आधे से अधिक घरों में सही ढंग से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। पानी टंकी सहित मेन पाइप लाइन में लीकेज के कारण घरों तक पानी समुचित मात्रा में नहीं पहुंच पा रहा। घर घर स्वच्छ जल पहुंचने से पहले हीं इस परियोजना की खमियां उजागर होने लगी हैं। इस परियोजना के तहत बृहद पाइपलाइन गड्ढा खोदकर बिछाई गई है। साथ ही बड़ी टंकियों का निर्माण भी हुआ है। किंतु कुछ पुराने टंकियों और पाइप लाइन की भी इस परियोजना में इस्तेमाल करने की जरूरत क्यों आई यह किसी को पता नहीं।
योजना में लगाई गई है पुरानी टंकी
योजना में पुरानी टंकियों का इस्तेमाल किया गया। इन्हीं में से मुसाबनी नंबर दो स्थित पुरानी पानी टंकी जो कि शुक्रवार को पाइप फटने के कारण लीक कर गई। इसके कई मोटे पाइप फट गए। जिसके कारण हजारों गैलन पानी सड़कों पर बह कर बर्बाद होने लगा। इसके साथ ही कई और जगहों पर भी सप्लाई लाइन लिक कर रहीं है। जिसके कारण पानी का प्रेशर भी काफी कम हैं। ग्रामीणों के द्वारा शिकायत की जा रही है कि पानी की सप्लाई सही तरीका से नहीं हो रही। पानी का प्रेशर काफी कम है। पानी की सप्लाई सुचारू नहीं है। कहीं पर अभी तक पानी की सप्लाई प्रारंभ नहीं हुई है। जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष है। साथ ही पाइपलाइन बिछाने के लिए खोदे गए गड्ढे जिनका पीसीसी करण किया जाना था आज तक नहीं हो सका है। आने वाले बरसात में इसका खामियाजा क्षेत्र के ग्रामीणों को अवश्य भुगतना पड़ेगा। स्यान इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा इस पाइप लाइन का कार्य किया गया। उसे ही 5 वर्षों तक इसका मेंटेनेंस कार्य भी करना हैं। लेकिन वर्तमान में कंपनी के कार्य को देख कर लोगों में नाराजगी है।