हरपाल सिंह मौत मामले की न्यायिक जांच की घाघीडीह सेंट्रल जेल अधीक्षक ने की अनुशंसा
घाघीडीह सेंट्रल जेल के अधीक्षक नरेंद्र प्रसाद सिंह ने खुद ही हरपाल सिंह मौत मामले की न्यायिक जांच कराने की अनुशंसा जिला के प्रधान व सत्र न्यायाधीश से की है। फिलहाल न्यायिक हिरासत में मौत मामले पर सभी का ध्यान है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। घाघीडीह सेंट्रल जेल में टेल्को खडंगाझार मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर की शुक्रवार मध्यरात एमजीएम अस्पताल में मौत हो गई थी। मौत को लेकर मृतक के स्वजन, पत्नी और सिख समाज के लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं। जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप लगा रहे हैं तो कोई जेल प्रशासन को ही दोषी ठहरा रहा है। तरह-तरह की जांच कराने की मांग उठ रही है।
मामले को देखते हुए घाघीडीह सेंट्रल जेल के अधीक्षक नरेंद्र प्रसाद सिंह ने खुद ही मौत मामले की न्यायिक जांच कराने की अनुशंसा जिला के प्रधान व सत्र न्यायाधीश से की है। फिलहाल न्यायिक हिरासत में मौत मामले पर सभी का ध्यान है। गौरतलब है कि शुक्रवार दोपहर जेल में तबीयत बिगड़ने पर हरपाल सिंह थापर को जेल अस्पताल में दाखिल किया गया था। सांस लेने में परेशानी हो रही थी। आक्सीजन लेबल भी कम हो गया था। जेल से एमजीएम अस्पताल रेफर किया गया जहां उसकी मौत हो गई थी। गौरतलब है हरपाल सिंह थापर, उसकी पत्नी पुष्पा रानी तिर्की, गीता देवी, आदित्य सिंह को टेल्को थाना की पुलिस ने दो नाबालिग से यौन उत्पीड़न, प्रताड़ना और पोक्सो एक्ट के मामले में मध्यप्रदेश के सिंगरौली के माडा से 16 जून को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सभी को न्यायालय में प्रस्तुुत किया था जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
उच्च न्यायालय में दी थी जमानत की अर्जी
हरपाल सिंह थापर की जमानत अर्जी स्थानीय अदालत ने खारिज कर दी थी। जमानत को झारखंड उच्च न्यायालय में अर्जी दी गई थी। इस बीच हरपाल सिंह थापर की मौत हो गई। पैर में घाव, चेहरे और पैर में काले दाग को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जिला उपायुक्त के आदेश पर शव का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में वीडियोग्राफी के साथ मेडिकल बोर्ड की टीम शनिवार को किया था। इधर, अधिवक्ता विमल पांडे ने कहा कि मामले को लेकर स्वजन अदालत जाएंगे। वहीं झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद सिख समाज मामले में आगे की रणनीति तय करेगा।
पति की मौत की सीबीआइ जांच हो, हत्या हुई है : पुष्पा रानी तिर्की
पति हरपाल सिंह थापर की मौत के बाद उसकी पत्नी पुष्पा रानी तिर्की को पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने को 12 घंटे का टाइम बेल अदालत ने दिया। वह पति के अंतिम संस्कार में शामिल हुई। उसके अधिवक्ता विमल पांडे ने 10 दिनों का बेल देने की अर्जी दी थी। सोमवार को बेल अवधि बढ़ाने को अधिवक्ता अदालत से आग्रह करेंगे। पति के अंतिम संस्कार में रोती-बिलखती रही। उसने मीडिया से बातचीत में कहा कि पति की मौत की सीबीआइ जांच होनी चाहिए। कहीं न कहीं मामला हत्या का है। ये भी कहा कि पति और उसे मामले में फंसाया गया। महिला वार्ड में वह गीता सिंह के साथ थी। 12 जुलाई को पति से जेल परिसर में ही मुलाकात हुई थी। बातचीत भी हुई। पति ने बताया कि घबराएं नहीं, जल्द ही सब लोग एक साथ घर चलेंगे। झारखंड उच्च न्यायालय में अर्जी दी गई है। पति ने उस दिन तबीयत खराब होने या पैर में घाव होने की कोई जानकारी नहीं दी जबकि वे हर बात उससे शेयर करते थे। आगे कहा कि 14 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से अदालत में पेशी थी। पति पेशी में नहीं आए। जेल अधीक्षक ने बताया कि पैर फूला होने और दर्द होने के कारण वे चल नहीं पा रहे हैं इस कारण पेशी में नहीं आए। जानकारी पर पति के साथ बंद आदित्य सिंह जो भांजा है उससे उसने पति के संबंध में जानकारी ली। जेल के डाक्टर राजीव से भी बातचीत की। एमजीएम अस्पताल में इलाज को भेजने का आग्रह किया। शुक्रवार को रात आठ बजे जेल अधीक्षक ने पति की तबीयत खराब होने की जानकारी दी। इसके बाद मौत की सूचना मिली। पति की मौत के बाद पुष्पा रानी तिर्की ने सुरक्षा की मांग की है।