राम मंदिर में विवाद खत्म, पांच अगस्त को होगा चुनाव
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बिष्टुपुर राम मंदिर में पिछले कई माह से चुनाव को लेकर चल रहा विवा
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बिष्टुपुर राम मंदिर में पिछले कई माह से चुनाव को लेकर चल रहा विवाद थम गया है। दोनों पक्ष अब चुनाव कराने को राजी हो गए हैं। दोनों पक्षों की सहमति से राम मंदिर की कार्यकारिणी समिति की चुनाव की तिथि तय कर ली गई है। चुनाव पांच अगस्त को होगा। इसमें 1864 सदस्य मतदान करेंगे। नामांकन पत्र का वितरण 16 जुलाई से होगा।
चुनाव को लेकर समझौता होने व तिथि तय होने की जानकारी सोमवार को राम मंदिर के हॉल में आयोजित प्रेस वार्ता में दी गई। प्रेस वार्ता में अध्यक्ष सीएच शंकर राव ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कार्यालय शाम छह बजे से आठ बजे तक खुला रहेगा। नामांकन पत्र उसी को मिलेगा जो मंदिर परिसर सशरीर आएगा। इस चुनाव के संचालन के लिए टी आदिनारायण व के वेणुगोपाल को निर्वाचन पदाधिकारी बनाया गया है। वे चाहें तो अपने स्तर से सहायक निर्वाचन पदाधिकारियों की नियुक्ति कर सकते हैं। वोटिंग के समय मेंबरशिप कार्ड को अनिवार्य किया गया है। प्रेस वार्ता में शंकर राव के अलावा डी भास्कर, आरके मूर्ति, आई श्रीनिवास राव, बीआरसी राव, एम मोहन, एम श्रीनिवास, जी राजेश राव, बीवी राव उपस्थित थे।
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15 पदाधिकारी व 11 कमेटी मेंबर का होगा चुनाव
बिष्टुपुर राम मंदिर की कार्यकारिणी कमेटी के चुनाव में 15 पदाधिकारियों का चयन होगा। इसके अलावा 11 कमेटी मेंबर का भी चुनाव होगा।
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पद- संख्या
अध्यक्ष - 01
डिप्टी प्रेसीडेंट - 01
उपाध्यक्ष - 03
महासचिव - 01
संयुक्त सचिव - 03
सहायक सचिव - 04
कोषाध्यक्ष - 01
सहायक कोषाध्यक्ष - 01
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चुनाव का विस्तृत कार्यक्रम इस प्रकार है
-नामांकन फार्म का वितरण : 16 से 18 जुलाई
-नामांकन करने की तिथि : 20 व 21 जुलाई
-वैध प्रत्याशियों की सूची : 22 जुलाई
-नाम वापसी की तिथि : 23 जुलाई
-फाइनल प्रत्याशियों की सूची : 24 जुलाई
-सदस्यों का आइकार्ड वितरण 16 जुलाई से 31 जुलाई तक शाम चार से 8 बजे तक मंदिरम कार्यालय में।
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अलग-अलग तिथियों के कारण रद हुआ था चुनाव
बिष्टुपुर राम मंदिर के कार्यकारिणी समिति का चुनाव इससे पहले 27 मई और 3 जून को निर्धारित था। 27 मई को तदर्थ समिति के समर्थक चुनाव कराना चाह रहे थे तो शंकर राव समर्थक तीन जून को चुनाव कराना चाह रहे थे। विधि व्यवस्था के भंग होने का खतरा देखते हुए एसडीओ ने दोनों चुनाव को स्थगित कर दिया था।