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पड़ोसी ही निकले हत्यारे, कदमा में हत्या की, फिर शव को कार की डिक्की में रख पारडीह में फेंक आए

कदमा के शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर-4 निवासी बस एजेंट रंजन सिंह की हत्या जमीन विवाद में उसके ही रिश्तेदारों ने कर दी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 07:15 AM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 07:15 AM (IST)
पड़ोसी ही निकले हत्यारे, कदमा में हत्या की, फिर शव को कार की डिक्की में रख पारडीह में फेंक आए
पड़ोसी ही निकले हत्यारे, कदमा में हत्या की, फिर शव को कार की डिक्की में रख पारडीह में फेंक आए

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कदमा के शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर-4 निवासी बस एजेंट रंजन सिंह की हत्या जमीन विवाद में उसके ही रिश्तेदारों ने कर दी। जिस दिन रंजन गायब हुआ, उसी दिन, यानी 14 फरवरी को ही आरोपितों ने रात को रंजन की हत्या खरकई नदी तट (कदमा क्षेत्र) पर कर दी। हत्या करने के बाद साक्ष्य छुपाने को आरोपितों ने उसके शव को कार की डिक्की में रखा और आराम से मानगो के रास्ते पारडीह ले जाकर खाई में शव फेंक आए।

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रंजन के लापता होने के बाद जांच में जुटी पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है और हत्या में शामिल शक्ति सिंह और आकाश उर्फ आकाश बच्चा को गिरफ्तार भी कर लिया है। हत्या के मुख्य आरोपित रोहित सिंह और मोहित सिंह अब तक फरार हैं। मामले में गिरफ्तार शक्ति सिंह की कार से ही शव को पारडीह में ठिकाने लगाने के लिए ले जाया गया था। उस कार को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।

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क्लब में की हत्या, शराब पिलाने के बाद पीछे से चापड़ से मारा

गिरफ्तार शक्ति सिंह ने पुलिस को बताया कि रोहित-मोहित से रंजन सिंह का जमीन विवाद था। 14 फरवरी की रात रंजन सिंह को रोहित और मोहित सिंह यह कहते हुए साथ ले गए थे कि पुराने जमीन विवाद को खत्म कर दिए जाए। आगे से मेल-मिलाप से रहा जाए। यह कह सभी ब्लॉक संख्या चार नदी तट के पास स्थित क्लब मे गए। वहां सभी ने जमकर शराब पी। इसी बीच मौका पाकर रोहित, मोहित सिंह और आकाश ने चापड़ से रंजन के सिर के पीछे हमला कर दिया। हमले से बेसुध रंजन की कनपट्टी में लोग तबतक धारदार हथियार से वार करते रहे, जबतक उसकी मौत नहीं हो गई।

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शक्ति सिंह की कार की डिक्की में शव लाद लगाया ठिकाने

शक्ति सिंह ने बताया कि रंजन सिंह की हत्या के बाद रोहित सिंह, मोहित सिंह और आकाश ने उसे कार लाने को कहा। कार लाने से इन्कार करने पर उसकी भी हत्या कर देने की धमकी देने लगे। भय के कारण वह अपने घर गया। कार लेकर नदी तट की ओर पहुंचा। कार की डिक्की में शव रखकर वे मानगो पारडीह की ओर गए। पारडीह काली मंदिर के पहले पुलिया के पास खाई में लाश फेंककर सभी वापस कदमा आ गए। लौटने पर घटनास्थल पर गिरे खून की साफ-सफाई की। शराब पी फिर वहां से अपने-अपने घर चले गए।

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जमीन को लेकर लंबे समय से चल रहा था विवाद

रंजन सिंह के घर के पीछे जमीन का एक टुकड़ा हैं, जो रोहित और मोहित सिंह के घर के पीछे तक है। जमीन खरीदने को रंजन सिंह ने जमीन मालिक को एडवास दिया था, लेकिन उस जमीन को रोहित सिंह ने खरीद लिया और रंजन सिंह का एडवास भी वापस करवा दिया था। यहीं से दोनों के बीच दुश्मनी शुरु हो गई थी। रोहित सिंह मकान बनवा रहा था। जमीन से ही सटी एक गली है जिस पर दोनों कब्जा करना चाहते थे, इसको लेकर मारपीट भी हुई थी। मामला थाना तक पहुंचा था। हत्या के पीछे यही कारण भी बनी।

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30 लोगों से पूछताछ के बाद पकड़े गए शक्ति और आकाश

रंजन सिंह के लापता होने की सूचना उसकी मां ने 15 फरवरी की रात कदमा थाने में दी थी। रंजन का मोबाइल बंद आ रहा था। स्कूटी का भी अता-पता नही चल पाया था। रंजन सिंह, रोहित सिंह और मोहित सिंह के मोबाइल का कॉल डिटेल 16 फरवरी की सुबह तक पुलिस ने निकाल लिया। कॉल डिटेल में 30 लोग संपर्क में थे। रोहित सिंह और मोहित सिंह से शक्ति सिंह और आकाश लगातार फोन पर संपर्क में थे। 30 लोगों को पुलिस ने उठाया इसमें शक्ति सिंह और आकाश भी थे। मुख्यालय दो के डीएसपी अरविंद कुमार और कदमा इंस्पेक्टर जितेंद्र ठाकुर को शक्ति सिंह ने पूछताछ में हत्या में संलिप्त होने की बात बता दी। उसने सबकुछ बयां कर दिया। इसके बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर रंजन सिंह का शव 16 फरवरी की रात बरामद कर लिया।

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एक माह पहले ही जेल से निकला मोहित

मोहित व रोहित पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी को लेकर परिजनों पर दबाव बना रखा है। घर की महिलाओं को हिरासत में रखा गया हैं। मोहित सिंह की गतिविधि आपराधिक रही है। एक माह पहले ही वह जेल से रिहा हुआ है। छिनतई, चोरी, रंगदारी में वह जेल जा चुका है। मालूम हो कि रंजन सिंह 14 फरवरी की रात से लापता है। शव शनिवार देर रात पुलिस ने पारडीह से उसका शव बरामद किया था। कदमा थाने में हत्या मामले में रंजन सिंह की अपहरण कर हत्या करने और हत्या का साक्ष्य छुपाने को शव को फेंक देने का मामला दर्ज किया गया हैं। रंजन की स्कूटी टेल्को से बरामद की गई है।

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हत्या कर दिए जाने की आशंका व्यक्त की थी रंजन

रंजन सिंह ने जमीन विवाद में रोहित और मोहित सिंह पर उसकी हत्या कर दिए जाने की संभावना जताई थी। बकायदा थाने में 2017 में लिखित शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने मामले में डांट-फटकार कर मामले को सलटा दिया था। उस समय थानेदार राजदेव सिंह थे।

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रंजन हत्याकांड

- 14 फरवरी से लापता था कदमा निवासी रंजन सिंह, पत्नी व मां ने अनहोनी की आशंका पर दर्ज कराया था मामला।

- 16 फरवरी को पारडीह में खाई से रंजन सिंह का शव मिला, रोहित, मोहित व आकाश ने उसकी हत्या की।

- 14 फरवरी की रात को ही रंजन की हत्या कर दी गई थी, हत्या खरकई नदी तट पर साथ में शराब पीने के बाद की गई।

- 03 आरोपितों ने नदी तट पर स्थित क्लब में शराब पीने के बाद पीछे से ताबड़तोड़ चापड़ से हमला कर हत्या की।

- हत्या करने के बाद कदमा ब्लॉक नंबर-4 स्थित नदी तट से लाश को ठिकाने लगाने के लिए कार से पारडीह ले जाया गया।

- हत्या के आरोपित शक्ति सिंह की कार की डिक्की में लाश को रख मानगो के रास्ते पारडीह गए और शव खाई में फेंक दिया।


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