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Tata Steel: चार हजार निबंधित पुत्र हो जाएंगे बेरोजगार, एकमुश्त सैटेलमेंट की मांग

Tata Steel. टाटा स्टील में जो बहली निकलने वाली है उसकी अधिकतम उम्र सीमा 42 वर्ष है। यदि इसी उम्र सीमा के आधार पर कंपनी में नियोजन हुआ तो लगभग 4000 वैसे निबंधित कर्मचारी पुत्र हमेशा के लिए बेरोजगार हो जाएंगे जिनकी उम्र सीमा पार हो चुकी है

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 06 Nov 2020 08:17 AM (IST)Updated: Fri, 06 Nov 2020 08:17 AM (IST)
Tata Steel: चार हजार निबंधित पुत्र हो जाएंगे बेरोजगार, एकमुश्त सैटेलमेंट की मांग
टाटा स्टील में लगभग 10 हजार से अधिक निबंधित कर्मचारी पुत्र हैं।

जमशेदपुर, जासं।  टाटा स्टील में जो बहली निकलने वाली है उसकी अधिकतम उम्र सीमा 42 वर्ष है। यदि इसी उम्र सीमा के आधार पर कंपनी में नियोजन हुआ तो लगभग 4000 वैसे निबंधित कर्मचारी पुत्र हमेशा के लिए बेरोजगार हो जाएंगे जिनकी उम्र सीमा 42 वर्ष से अधिक हो चुकी है और उनकी टाटा स्टील में स्थायी नियोजन की आस हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी। ऐसे में निबंधित कर्मचारी पुत्र कंपनी प्रबंधन से एकमुश्त सैटेलमेंट की मांग कर रहे हैं ताकि वे अपना गुजर-बसर कर सके।

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टाटा स्टील में लगभग 10 हजार से अधिक निबंधित कर्मचारी पुत्र हैं। इनमें से केवल 500 निबंधित पुत्रों का ही कंपनी में नियोजन होना है।  ऐसे में वे निबंधित कर्मचारी पुत्र जो परीक्षा में बैठेंगे जरूर लेकिन लिखित परीक्षा में फेल होने या मेरिट लिस्ट पर नहीं आने पर जिनकी छंटनी हो जाएगी या जो ज्यादा उम्र हो जाने के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। ऐसे सभी निबंधित कर्मचारी पुत्रों को एकमुश्त सैटेलमेंट दिलाने की मांग टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के माध्यम से कंपनी प्रबंधन से कर रहे हैं। क्योंकि निबंधितों का तर्क है कि उनका टाटा स्टील में इसलिए निबंधन हुआ था ताकि हमें स्थायी नौकरी मिल सके। इसी आस के साथ हम आज तक बेरोजगार हैं। पहले हमारे पिता की नौकरी के बाद उनके दो बेटों को कंपनी में नौकरी दी जाती थी। कंपनी प्रबंधन ने दो बेटों की व्यवस्था को बंद कर एक बेटे को नौकरी देने लगी। लेकिन बाद में इसे भी बंद कर दिया गया। 

एकमुश्‍त पैसा देने की मांग

हमारी मांग है कि पूर्व की तरह हमें एकमुश्त पैसा दिया जाए ताकि हम छोटा-मोटा कोई रोजगार कर सके। इससे पहले भी कंपनी प्रबंधन ने निबंधित कर्मचारी पुत्रों को स्थायी नौकरी के बदले में अपना रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जमा करने पर तीन से पांच लाख रुपये नगद या दुकान आवंटित किया था। ऐसी सुविधा उन्हें भी दी जाए। परशुराम बागी ने पहले ही घोषणा कर दी है कि यदि नौकरी की उम्र सीमा को 42 से बढ़ाकर 50 वर्ष नहीं किया गया तो वे छठ पूजा के बाद जोरदार आंदोलन करेंगे और टाटा वर्कर्स यूनियन कार्यालय का अनिश्चितकाल के लिए बंद कर देंगे।


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