Move to Jagran APP

Lockdown Effect : परिंदों को भा रहा कोरोना का लॉकडाउन, यहां प्रवासी पक्षियों की भरमार Jamshedpur News

पूर्वी सिंहभूम के जंगलों में प्रवासी व विलुप्त पक्षियों एवं तितलियों की भरमार है। यह मुमकिन हुआ है कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन मेंं प्रदूषण कम होने से।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 07 May 2020 03:05 PM (IST)Updated: Thu, 07 May 2020 08:10 PM (IST)
Lockdown Effect : परिंदों को भा रहा कोरोना का लॉकडाउन, यहां प्रवासी पक्षियों की भरमार Jamshedpur News
Lockdown Effect : परिंदों को भा रहा कोरोना का लॉकडाउन, यहां प्रवासी पक्षियों की भरमार Jamshedpur News

जमशेदपुर (मनोज सिंह)। पूर्वी सिंहभूम के जंगलों में इंसानों की हलचल के साथ ही प्रदूषण कम हुआ तो चहचहाने लगी पक्षी। पूर्वी सिंहभूम के जंगलों में कभी - कभार दिखने वाले प्रवासी व विलुप्त के कगार पर पहुंच गए पक्षी, जानवर और  तितली भी जंगलों में खूब दिखाई देने लग गए हैं। वर्षों बाद सिंहभूम के जंगल विलुप्त पक्षियों से गुलजार है। इनमें कई ऐसे पक्षी हैं जो काफी लंबे समय से कभी दिख रहे थे। 

loksabha election banner

वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक विश्वनाथ शाह को पत्र लिखकर कोरोना के मद्देनजर लॉकडाउन के दौरान जंगल व जंगल में रहने वाले जीव जंतुओं में हो रहे परिवर्तन के संबंध में रिपोर्ट मांगी थी। सरकार का आदेश मिलने के बाद आरसीसीएफ ने जमशेदपुर के वन प्रमंडल पदाधिकारी डा. अभिषेक कुमार को पत्र लिखकर जंगलों का सर्वे कर रिपोर्ट की मांग की थी। डीएफओ ने अपने अधीनस्थ रेंजर, फारेस्टर व कर्मचारियों के सहयोग से कई दिनों तक मुसाबनी, मानगो, डिमना लेक के किनारे, पार्कों व जंगलों का खाक छान मारा। इसके बाद रिपोर्ट तैयार की गई जिसे सरकार को भेज दिया गया। 

जिले के 900 स्क्वायर किमी वनभूमि में देखे जा सकते हैं जानवर 

पूर्वी सिंहभूम जिले में लगभग 900 स्क्वायर किमी में जंगल हैं। जहां लॉकडाउन में खुलेआम जंगलों में हरियाली रंग बिरंगी बया, रंग बिरंगे बुनकर पक्षी, काले-पीले पंख वाले सुनहरे पक्षी, कोयल, रंग बिरंगे कठफोड़वा, बुलबुल, मैना, तोता, चील, बाज, गौरैया, टिड्डी के अलावा रंग बिरंगे मेढक, खरगोश, अजगर, सांप, छिपकली व दर्जनों प्रकार की तितलियां, मोथ के अलावा लाल चींटी, कौआ, बगुला से लेकर दर्जनों प्रकार के जानवर, तितली पाए गए। 

ये कहते डीएफओ

जंगल के भ्रमण के बाद पाया गया कि पेड़ के पत्ते साफ व हरे भरे नजर आ रहे हैं। पहले डस्ट के कारण पत्तियां काले व मटमैले रंग के दिखाई देते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण प्रदूषण सामान्य से भी कम हो गए। जिसका परिणाम है कि पक्षी, तितली, सांप, मेढक निश्चित होकर अपने निवास स्थान से बाहर निकल कर स्वच्छंद विचरण कर रहे जो पर्यावरण के लिए काफी बेहतर है। 

- डा. अभिषेक कुमार, डीएफओ, जमशेदपुर 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.