पोटका में दो साल पूर्व सिल्कोसिस हुई मौत की जांच शुरू
संसू पोटका सिल्कोसिस नामक बीमारी से पांच लोगों की मौत मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयो
संसू, पोटका : सिल्कोसिस नामक बीमारी से पांच लोगों की मौत मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के निर्देश पर पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त सूरज कुमार द्वारा गठित टीम ने गुरुवार से जांच शुरू की। उपायुक्त ने मामले की जांच हेतु उपश्रमायुक्त, खनन निरीक्षक, अंचलाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, एवं कारखाना निरीक्षक की टीम गठित कर जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है। टीम ने गुरुवार को पाउरु स्थित मेसर्स शालीमार सुपर सिलिका प्रा.लि. एवं इसके अनुषंगी इकाई शालीग्राम इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा.लि.,बड़ाबांदुआ पहुंचकर जांच शुरू किया।पाउरु में नामित कंपनी बंद पाया गया, जबकि इसकी कथित अनुषंगी इकाई बड़ाबांदुआ में कंपनी खुला पाया। टीम के पदाधिकारियों ने कंपनी के मालिक रुपक पसारी से प्रथम चरण की औपचारिक पूछताछ की। जांच टीम में बीडीओ सह सीओ दिलीप कु.महतो,खनन निरीक्षक राहुल कुमार,प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा.मृत्युंजय धाउड़िया,उपश्रमायुक्त आर पी सिंह, कारखाना निरीक्षक विनीत सिंह एवं अंचल निरीक्षक उपेंद्र कुमार शामिल थे। मामले में वासुदेव आचार्य ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से शिकायत किया था कि पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले के नयाग्राम, केशियारी व सकरैल क्षेत्र के सुब्रत बेरा, बुद्धदेव राणा, गोविद जेना, तापस दंडपात व मंगल मार्डी पोटका प्रखंड अंतर्गत पाउरु स्थित शालीग्राम सुपर सिलिका प्रा.लिमिटेड के क्वार्टज ग्रीडिग फैक्ट्री में काम करते थे। कंपनी से घर लौटने के बाद इनकी मौत अलग-अलग तिथि को 2018 से 2020 के बीच हुई थी। इनकी मौत का कारण सिल्कोसिस बताया गया था।