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फ्लाईओवर की मिट्टी जांच पर हंगामा, धरने पर बैठी महिलाएं

जागरण संवाददाता जमशेदपुर छोटा गोविंदपुर में 137.38 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित फ्लाइ

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 10:01 AM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 06:31 AM (IST)
फ्लाईओवर की मिट्टी जांच पर हंगामा, धरने पर बैठी महिलाएं
फ्लाईओवर की मिट्टी जांच पर हंगामा, धरने पर बैठी महिलाएं

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : छोटा गोविंदपुर में 137.38 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित फ्लाईओवर (एलीवेटेड कॉरीडोर) की अंतिम डिजाइन बनाने के लिए मृदा जांच का काम शुरू हो गया है। रांची डिजाइन एंड कंसल्टेंसी ने जैसे ही सुबह 10 बजे से मृदा जांच के लिए बोरिग का काम शुरू किया, रामपुर गिट्टी मशीन, सुंदरहातु और पटेल नगर की दर्जनों महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया। इन तीनों बस्तियों के 42 घर फ्लाईओवर की जद में आ रहे हैं। इसलिए इन गांवों की महिलाओं ने फ्लाईओवर का विरोध करते हुए नारेबाजी की और विरोधस्वरूप सड़क किनारे धरने पर बैठ गई।

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उनकी मांग थी कि या तो फ्लाईओवर को हुडको डैम के पास पानी टंकी के करीब से बनाया जाए। या फिर जिन लोगों के घर टूट रहे हैं उनका पुनर्वास किया जाए। उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिए जाएं या फिर कहीं जमीन दी जाए ताकि वहां ये लोग घर बना कर रह सकें। विकास के साथ विनाश नहीं हो। महिलाओं के फ्लाईओवर का विरोध करने की खबर मिलते ही इलाके के लोग रामपुर गिट्टी मशीन के पास जमा हो गए। आजसू के संजय सिंह समेत अन्य लोगों ने महिलाओं को आश्वासन दिया। मामले से विधायक रामचंद्र सहिस को अवगत कराया गया तो विधायक ने उपायुक्त अमित कुमार और पथ निर्माण विभाग के जेई जयप्रकाश पाठक से फोन पर बात की और कहा कि इन ग्रामीणों के मकान तोड़ने से पहले इनका पुनर्वास होना चाहिए। बाद में जेई जयप्रकाश पाठक ने महिलाओं को समझाया कि ओवरब्रिज की अंतिम डिजाइन बनने के बाद विभाग ग्रामीणों के साथ बैठ कर इस समस्या का हल निकाल लेगा। इस आश्वासन के बाद महिलाओं का धरना खत्म हुआ।

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रोज कमाते-खाते हैं, कहां से बनाएंगे घर

फ्लाईओवर की जद में रामपुर गिट्टी मशीन, सुंदरहातु और पटेल नगर के 42 घर आ रहे हैं। फ्लाईओवर निर्माण से पहले ये घर तोड़े जाएंगे। इनमें अधिकांश झोपड़ीनुमा घर मेहनत-मजदूरी कर रोज कमाने-खाने वालों के हैं। सुकमती बताती है कि जितना रोज कमाते हैं सब खाने-पीने में ही खत्म हो जाता है। घर टूट गया तो कहां बन पाएगा। धरना देने वालों में सिनको सोरेन, लक्ष्मी सोरेन, मानजू सरदार, मुनी होनहागा, लक्ष्मी बहादुर, सिरीमती बाह, सिरीमती जेनको, पीरीया, कोबिता लोहार, सीमा केदावो, कंचना सरदार, तुलसी, सुभी दास, सुकमती, आसा बहसीह, सुकमती बहादुर, फूली महतो, बारा टुटी, मनीसा आदि थीं।

मिट्टी जांच के बाद बनेगी अंतिम डिजाइन : गोविंदपुर फ्लाईओवर का टेंडर एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को मिला है। इसके निर्माण से पहले विभाग प्रस्तावित स्थल की मिट्टी जांच कर रहा है। कई दिन तक चलने वाले इस मिट्टी जांच में बोरिग कर देखा जा रहा है कि किस जगह कितनी गहराई में किस प्रकृति की जमीन है। बालू, सख्त या नर्म चट्टान है। मिट्टी की जांच के बाद ही पता चलेगा कि फ्लाईओवर किस इलाके से जाएगा। एजेंसी रांची डिजाइन एंड कंसल्टेंसी इसकी अंतिम डिजाइन बनाएगी।

सुंदरहातु के पास फेल हो सकती है टेस्टिंग : फ्लाईओवर की प्राथमिक डिजाइन के अनुसार इसे सुंदरहातु बस्ती के करीब नाले के पास से गुजरना है। यहां जमीन दलदली है। विभाग के इंजीनियरों का मानना है कि मिट्टी जांच यहां फेल हो सकती है। यदि यहां गहराई में भी दलदली मिट्टी निकल आती है तो फ्लाईओवर का स्थान थोड़ा तब्दील करना पड़ सकता है।


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