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फूलों के शहर जमशेदपुर में जैविक खाद से चहक रहे दर्जनों बाग Jamshedpur News

सुंदरता और हरियाली के कारण जमशेदपुर को इंटरनेशनल क्लीन सिटी का अवार्ड भी मिल चुका है। यही कारण है कि लौहनगरी की सुंदरता को देखने के लिए देश-विदेश से भी यहां लोग आते हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 04:27 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 04:27 PM (IST)
फूलों के शहर जमशेदपुर में जैविक खाद से चहक रहे दर्जनों बाग Jamshedpur News
फूलों के शहर जमशेदपुर में जैविक खाद से चहक रहे दर्जनों बाग Jamshedpur News

जमशेदपुर, मनोज सिंह।  प्रकृति की गोद में बसे जमशेदपुर को फूलों का शहर भी कहा जाता है। पूरा शहर न केवल हरियाली से आच्छादित है, बल्कि हर घर में रंग बिरंगे फूल व फल के पौधे देखने को मिल जाएंगे। लगभग 15000 कंपनी क्वार्टर और बंगला हैं, जहां टाटा स्टील और सरकारी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी निवास करते हैं। कोई भी ऐसा क्वार्टर नहीं है, जहां फूलों की बगिया और फलदार पौधे न हों।

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सुंदरता और हरियाली के कारण जमशेदपुर को इंटरनेशनल क्लीन सिटी का अवार्ड भी मिल चुका है। यही कारण है कि लौहनगरी की सुंदरता को देखने के लिए देश-विदेश से भी यहां लोग आते हैं। यहां हॉर्टिकल्चर सोसायटी जमशेदपुर की ओर से प्रत्येक वर्ष पुष्प प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाता है। जहां देश भर से पुष्प विशेषज्ञ और पुष्प प्रेमी आते हैं। हर प्रकार के फूल पौधों को देखने, समझने और खरीदने के लिए यहां देश भर से लोग आते हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूर्वी सिंहभूम जिले में 936 हेक्टेयर भूमि पर फल-फूल की खेती होती है।

64 वर्ष से जैविक बागवानी की अलख जगा रहे रंगा राव 
शहर ही नहीं, बल्कि देश विदेश में फूल पौधों के लिए अपनी लोहा मनवा चुके मानगो आस्था स्पेश टाउन निवासी 74 वर्षीय वी रंगा राव अपने घर के पास ही ग्रीन हाउस का निर्माण किया है। जहां बिना रसायनिक खाद का प्रयोग किए ही विभिन्न प्रकार के देशी व विदेशी फूल, फल, सब्जी से लेकर औषधीय पौधे लगा रखे हैं। वी रंगा राव कहते हैं कि पौधा के प्रति जुनून ऐसा है कि वह 10 वर्ष की उम्र से ही पौधा लगाना शुरू कर दिए थे। आज 74 वर्ष की उम्र में भी घर में गमले में ही गुलाब, लिलीयम, एग्लोलेमा, ब्लेक ड्रेसिना, ट्रेरेटियम, ओरकिट, हैंगिंग फ्लावर, गेंदा, डालिया, हेवीसकश के अलावा, बैगन, टमाटर, लौकी आदि सब्जी उगाते हैं। वे कहते हैं कि वह जमशेदपुर हॉर्टिकल्चर सोसायटी के संस्थापक सदस्य हैं। वह लगातार तीन साल तक पुष्प प्रदर्शनी के चैंपियन रह चुके हैं। वह फूल पौधों के प्रति जानकारी लेने के लिए हैदराबाद, दिल्ली, बेंगलुरू से लेकर सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड तक जा चुके हैं। 
शहर के प्रमुख पार्क 
जुबली पार्क: करीब 225 एकड़ जमीन पर फैला जुबली पार्क वृंदावन गार्डेन की तर्ज पर बना है। इसकी सबसे बड़ी खासियत है, इसके अंदर बना गुलाब बाग। गुलाब बाग में 1000 प्रकार के पौधे लगे हैं। पौधों में जैविक खाद का ही इस्तेमाल होता है। इसे देखने के लिए हमेशा लोगों का तांता लगा रहता है। 
बागीचा : शहरवासियों में फूल पौधों के प्रति आकर्षण को देखते हुए वन विभाग व टाटा स्टील दोनों ने नर्सरी की व्यवस्था की है, जहां हर तरह के फूल पौधे मिलते ही हैं। बागवानी के सामान और उपकरण से लेकर जैविक खाद भी मिलते हैं। यहां हजारों प्रकार के पौधे आम जनता के लिए किफायती दामों में मिलते हैं। 
प्रमोद उद्यान : टाटा स्टील जुलाजिकल पार्क के बगल में ही प्रमोद उद्यान है। यहां विभिन्न प्रकार के फूल, फल, औषधीय व सजावटी पौधे की विशाल नर्सरी है। यहां हजारों प्रकार के पेड़ पौधे तैयार होते हैं और शहर भर में भेजे जाते हैं। कोई भी व्यक्ति नर्सरी से देशी व विदेशी पौधे खरीद सकता है।
टेल्को नर्सरी
टाटा मोटर्स की देखरेख में टेल्को में नर्सरी बनाई गई है। इसमें हजारों प्रकार के फूल-पौधे व सजावटी पौधे तैयार किए जाते हैं। यहां तैयार फूल-फल और सजावटी पौधे आम जनता खरीद भी सकती है। यही नहीं टाटा मोटर्स, टाटा स्टील के अलावा अन्य कंपनियों और कार्यालयों को सजाने में भी इसका इस्तेमाल होता है। यहां गुलाब, गेंदा, जरबेरा, लिली से लेकर अन्य पौधे तैयार होते हैं।
एक्सपर्ट की राय 
बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण के कारण मानव जीवन के साथ-साथ पशु-पक्षियों और पेड़ पौधों पर भी खतरा मंडरा रहा है। इस पर अब भी गंभीरता से नहीं सोचा गया तो भविष्य में स्थिति बेहद खराब हो जाएगी। इसका उदाहरण है दिल्ली का प्रदूषण। यदि प्रदूषण को भगाना है तो पेड़ पौधों के प्रति हर नागरिक की रुचि बढ़ानी होगी। प्रत्येक व्यक्ति अपने बच्चों को स्वच्छ और बेहतर भविष्य देना चाहता है तो उन्हें जरूर पौधे लगाना चाहिए। इसके लिए केवल जुनून चाहिए। किसी को भी किसी तरह की जानकारी चाहिए तो वह मेरे मोबाइल नंबर 9431960664 पर संपर्क कर सकते हैं।
-- वी रंगा राव, बागवानी विशेषज्ञ 
अभियान को मिला समर्थन 
दैनिक जागरण के अभियान भविष्य का जमशेदपुर, जैविक जमशेदपुर को समर्थन मिलने लगा है। मानगो नगर निगम ने कहा है कि कुमरूम बस्ती स्थित आश्रयगृह के पास जैविक तरीके से फूल-फल का बाग विकसित किया जाएगा। नगर निगम ने कहा कि दैनिक जागरण की यह पहल वर्तमान व भविष्य के लिए सराहनीय है। इससे हर शहरवासी को जुडऩा चाहिए। 
- दीपक सहाय, विशेष कार्यपालक पदाधिकारी,  मानगो नगर निगम, जमशेदपुर

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