Ola, Uber, Flipkart : इस मामले में शीर्ष पर है फ्लिपकार्ट, ओला और उबर हैं रैकिंग में सबसे नीचे
Ola Uber Flipkart हाल ही में टाटा समूह की कंपनी टाटा स्टील को ग्रेट प्लेस फॉर वर्क का सम्मान मिला था। लेकिन उसी समूह की कंपनी बिग बास्केट के कर्मचारी असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। एक सर्वे में यह खुलासा हुआ है कि बड़ी कंपनियों के कर्मचारी नाखुश हैं...
जमशेदपुर : कोविड 19 के प्रभावी होने के बाद अधिकतर कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम में काम कर रहे हैं। हालांकि इस नई व्यवस्था से कर्मचारियों की परेशानी बढ़ गई है। ऐसे में यूके स्थित फेयर वर्क फाउंडेशन ने भारत में प्रभावी नई अर्थव्यवस्था के तहत 10 कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों के बीच सर्वे किया। इसमें ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट श्रम नीतियों के अनुपालन में नंबर वन पर काबिज हुई है।
इन कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों के बीच हुआ था सर्वे
इस सूची में दूसरा स्थान पर होम सर्विसेज मार्केटप्लेस अर्बन कंपनी है। जबकि ओला और उबर ने सबसे कम स्कोर किया। टाटा समूह की बिग बास्केट और स्विगी को 10 में से चार अंक मिले। रिपोर्ट में वेतन, शर्तों, अनुबंधों, प्रबंधन और प्रतिनिधित्व से संबधित 11 विषयों पर कर्मचारियों से सवाल पूछ गए। इनमें फ्लिपकार्ट, अर्बन कंपनी, बिगबास्केट, स्विगी, जोमैटो, अमेजन, डंजो, फार्मएसी, ओला, पोर्टर और उबर जैसी कंपनियों के कर्मचारियों को शामिल किया गया था।
वर्ष 2021 रहा कर्मचारियों के लिए कठिन वर्ष
रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि कोविड 19 के प्रभाव ने 2021 को आम तौर पर भारतीय अर्थव्यवस्था और विशेष रूप से गिग इकोनमी श्रमिकों के लिए सबसे कठिन वर्ष बना दिया। कई प्रतिबंधों के कारण कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाओं में भी कमी आई।
जबकि पिछले एक साल में फूड डिस्ट्रीब्यूशन सहित अन्य कार्यों में तेजी आई है। कई कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों के टेक-होम वेतन में गिरावट आई है और ये सब उन कर्मचारियों के साथ भी हुआ जो कंपनियां कोविड 19 के कारण प्रभावित नहीं हुई। एचआर के अधिकारी कास्ट कटिंग के लिए इसे बेहतर अवसर समझा और कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर दी।
न्यूनतम वेतन से भी कर्मचारी परेशान
सर्वे में एक बात और सामने आई है कि कई कंपनियों में कोविड 19 को नया अवसर के रूप में इस्तेमाल किया। कोविड 19 के कारण कई कर्मचारियों की नौकरियां चली गई या उन्हें खराब परफॉर्मेंस का डर दिखाने लगा ताकि उन्हें हटाया जा सके या फिर कम वेतन में ही उनसे काम लिया जा सके।
जिन कर्मचारियों के पास नौकरी नहीं थे उन्होंने ने भी दूसरे सेक्टर में कम वेतन वाले ऑफर को स्वीकार किया। इन खराब परिस्थितियों वाली कंपनी में बिग बास्केट, फ्लिपकार्ट, अर्बन कंपनी का नाम आता है। जहां कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन पर ही काम करवाया गया।
पिछले वर्ष इन कंपनियों को मिला था ये स्थान
पिछले साल हुए सर्वे में अर्बन कंपनी ने टॉप किया था जबकि फ्लिपकार्ट की सब्सिडियरी कंपनी एकर्ट ने 10 में से सात अंक हासिल किए थे। वहीं डंजो और ग्रोफर्स ने 10 में से 4 अंक हासिल किए थे।