Jamshedpur: अंतरराज्यीय वाहन लुटेरा गिरोह के पांच सदस्य दबोचे गए Jamshedpur News
जमशेदपुर पुलिस ने वाहन लुटेरा गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरोह में झारखंड ओडिशा और हैदराबाद के सदस्य शामिल हैं।
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन लुटेरा गिरोह के पांच सदस्यों को दबोचने में कामयाबी पाई है। इनके पास से लूटपाट में इस्तेमाल की गई कार भी बरामद की गई है।
सिदगोड़ा थाना क्षेत्र टाटा रायसन के पास वैगन आर कार सवार अपराधियों ने 28 जुलाई की रात ट्रेलर चालक अमरजीत सिंह की पिटाई करते हुए जबरन घसीट कर बैठा लिया था। पर्स और मोबाइल छीनने के बाद ट्रेलर भी लेकर भाग गए थे। इस मामले में तफ्रतीश के दौरान गिरफ्तारी हुई। पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। साथ ही लूट में इस्तेमाल की गई कार और मोबाइल भी बरामद किया है। इसकी जानकारी शुक्रवार को पत्रकारों को मुख्यालय-एक के डीएसपी पवन कुमार ने दी। इस मौके पर सिदगोड़ा थाना प्रभारी मनोज ठाकुर भी उपस्थित थे।
हैदराबाद में बेच दिया था ट्रेलर
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार लुटेरों में टेल्को महानंद बस्ती निवासी विकास यादव, बर्मामाइंस टयूब कॉलोनी के राहुल मुखी और लूट की गाड़ी की खरीद-बिक्री करने वालों में ओडिशा के क्योंझर जिले के पदमपुर निवासी अमूल्य कुमार मिश्रा, बसंत महापात्र और भुवनेश्वर के लक्ष्मीनगर के रहने वाले नंदकिशोर यादव शामिल हैं। इन सभी के पास से कुल पांच मोबाइल जब्त की गई है। बरामद कार लुटेरा गिरोह के सरगना विकास यादव की है। गिरोह ने 25 लाख की ट्रेलर को हैदराबाद में नौ लाख रुपये में बेच दिया। वाहन की बरामदगी व गिरोह के सदस्य की गिरफ्तारी को पुलिस टीम हैदराबाद गई है। विकास यादव पहले भी लूट मामले में जेल जा चुका है।
कुछ इस तरह दिया गया था घटना को अंजाम
ट्रेलर चालक घटना के दिन वाहन में सीआरएम काम्पलेक्स के पास था। विकास यादव और राहुल मुखी अपने दो साथियों के साथ कार से पहुंचे। चालक को मारपीट कर कार में बैठा गोलमुरी थाना क्षेत्र टिनप्लेट की ओर ले गए। वहां धमकी देते हुए उससे पर्स और मोबाइल लूट लिया। इसके बाद चालक को उतार दिया और भाग जाने को कहा। इसके बाद कार सवार टे्रलर के पास पहुंचे। ट्रेलर को लेकर भाग निकले। मानगो होते घाटशिला अनुमंडल के धालभूमगढ़ पहुंचे। उस समय रात के तीन बज रहे थे।
नौ लाख रुपये में हुआ था वाहन का सौदा
लूट-चोरी की वाहन की खरीद करने वाले ने ओडिशा के क्योंझर जिले के पदमपुर निवासी अमूल्य कुमार मिश्रा और बसंत महापात्रा से संपर्क किया। वाहन की तस्वीर वाट्सएप से भेजी। इसके बाद इन दोनों ने भुवनेश्वर के साथी नंदकिशोर यादव को तस्वीर भेजी। उसने हैदराबाद के साथी से संपर्क किया। उसने वाहन की खरीद-बिक्री का सौंदा नौ लाख रुपये मेंं तय किया। रुपये भी नंद किशोर यादव और उसके एक साथी तक पहुंचा दिए गए।
तीन लाख रुपये मिले सरगना विकास यादव को
झारखंड के धालभूमगढ़ से ओडिशा क्योंझर के चंपुआ तक वाहन को पहुंचा दिया गया। तीन लाख रुपये विकास यादव को अमूल्य मिश्रा, बसंत महापात्रा और एक अन्य ने दिया। वाहन को तीनों ने भुवनेश्वर निवासी नंदकिशोर यादव को पहुंचा दिया। इसके एवज में तीनों को ढाई लाख रुपये मिले। नंदकिशोर यादव ने वाहन को हैदराबाद के साथी को भिजवा दिया। इसके लिए उसे तीन लाख रुपये मिले।
ट्रेलर के पाट्र्स खोल दिए जाने की आशंका
पुलिस आशंका जाहिर कर रही है कि लूटे गए ट्रेलर का पाट्र्स खोल दिया गया होगा। उसकी बिक्री कर दी गई होगी। हैदराबाद का सदस्य लूट-चोरी की वाहन की खरीद-बिक्री करता है।
चालक के मोबाइल से पकड़े गए लुटेरे
चालक अमरजीत सिंह से मारपीट कर लुटेरों ने मोबाइल छीन लिया था। गिरोह के एक सदस्य ने मोबाइल का सिम फेंककर अपने नाम का सिम लगाकर उपयोग कर रहा था। चालक का मोबाइल इस्तेमाल करने के कारण एक लुटेरा पकड़ा गया। इसके बाद बारी-बारी से सभी सदस्य पकड़े गए।
पुलिस को अब भी पांच की तलाश
पुलिस टीम को लुटेरा गिरोह और वाहन की खरीद-बिक्री से जुड़े पांच और सदस्यों की तलाश है। ट्रेलर लूटने में विकास यादव, राहुल के साथ दो और साथी थे। ओडिशा क्योंझर, भुवनेश्वर और हैदराबाद में वाहन की खरीद-बिक्री करने वाले तीन की तलाश पुलिस को है।