फैजुल उलूम का 50, इमारत का 41 रुपये फितरा तय
लौहनगरी में उलेमा ने फितरे की रकम का एलान कर दिया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : लौहनगरी में उलेमा ने फितरे की रकम का एलान कर दिया है। मदरसा फैजुल उलूम ने प्रति व्यक्ति 50 रुपये फितरा तय किया है। जबकि, इमारत-ए-शरिया की तरफ से फितरे की रकम प्रति व्यक्ति 41 रुपये रखी गई है। ये रकम ईद की नमाज से पहले निकालनी होगी। फितरे की रकम का एलान दोनों संस्थाओं ने मंगलवार को किया। इसके लिए एलानिया जारी कर दिया गया है। इसके बाद संबंधित मस्जिदों से भी फितरे का एलान कर दिया गया है।
मदरसा फैजुल उलूम की तरफ से मदरसे के दारुल इफ्ता के शहर मुफ्ती आबिद हुसैन ने फितरे का एलान किया। उन्होंने इसके लिए मदरसे की तरफ से एक पत्र मक्का मस्जिद के पेश इमाम मंजर मोहसिन के लिए जारी किया है। इसके बाद मक्का मस्जिद समेत शहर की अन्य मस्जिदों मानगो की बारी मस्जिद, मदीना मस्जिद समेत मदरसा फैजुल उलूम का फतवा मानने वाली अन्य मस्जिदों से इसका एलान किया गया है। दूसरी तरफ, इमारत-ए-शरिया की तरफ से काजी सऊद आलम कासमी ने फितरे का एलान किया। उनके एलान के बाद शहर की साकची जामा मस्जिद, धतकीडीह बड़ी मस्जिद, गोलमुरी मस्जिद, बर्मामाइंस मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों से फितरे का एलान किया गया है। काजी सऊद आलम कासमी ने बताया कि फितरे की रकम अनाज के अनुसार निकाली गई है। एक व्यक्ति को एक किलो 700 ग्राम अनाज की कीमत के हिसाब से फितरे की रकम का हिसाब लगाया गया है।
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क्यों निकाला जाता है फितरा
फितरा ईद के दिन नमाज से पहले निकालने का प्रावधान है। फितरे की रकम गरीब को या फिर मदरसे जैसे धार्मिक संस्थान में दी जाती है। फितरा की रकम उस अनाज की कीमत से निकाली जाती है जो इंसान साल भर आम तौर से प्रमुखता से खाता है जैसे गेहूं या चावल। सवा तीन किलो अनाज की कीमत एक शख्स को निकालनी होती है। फितरे का प्रावधान इस्लाम में इसलिए रखना होता है ताकि गरीब भी ईद मना सके और उसके घर भी सेवइंया बन सके।
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ईद पर जमा होने लगे मांगने वाले
ईद के मौके पर लौहनगरी में बड़ी संख्या में लोग भीख भी देते हैं। इसलिए यहां पश्चिम बंगाल और ओडिशा के शहरों से मांगने वाले आते हैं। इन मांगने वालों का आना शहर में शुरू हो गया है। ऐसे लोगों ने गांधी मैदान और इसके आसपास अपना जमावड़ा बना लिया है। ये लोग यहां टेंट लगा कर रहने लगे हैं और शाम को रोजा इफ्तार के वक्त शहर की मस्जिदों के सामने भीख मांगते हैं। बर्दवान से आए अकरम बताते हैं कि एक दिन में 500 से 600 रुपये तक की भीख मिल जाती है।