Coronavirus Effect : पहले शहर ने बदला जीने का तरीका, अब आप की बारी
Coronavirus Effect. अगर आपको भी कोरोना जैसी भयंकर महामारी से बचना है तो जीने के तरीकों को जल्द से जल्द ही बदलना होगा। शारीरिक दूरी मास्क दस्ताने को जीवन में अपनाना होगा।
जमशेदपुर, गुरदीप राज। Coronavirus Effect कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए हुए शहर ने अपने जीने का तरीका बदल दिया है। लगातार पॉजिटिव मरीज की हो रही मौत व संक्रमितों की संख्या में इजाफा होना शहर के लिए चिंताजनक है।
अगर आपको भी कोरोना जैसी भयंकर महामारी से बचना है तो जीने के तरीकों को जल्द से जल्द ही बदलना होगा। शारीरिक दूरी, मास्क, दस्ताने, हैंड सैनिटाइजर को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा। इसी के साथ जीने का नया तरीका भी सिखना होगा।
शादी समारोह सीमित
शादी समारोह में बड़ा बदलाव हो गया है। इसमें दूल्हा और दुल्हन की ओर से 25-25 यानी कुल 50 लोगों को ही शादी में शामिल होने की इजाजत है। ज्यादातर शादियां सीमित मेहमानों के बीच होने लगी है।
अंतिम संस्कार पर भी पहरा
अंतिम संस्कार में भी प्रशासन का पहरा लग गया है। सिर्फ 10-12 लोगों को ही अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत है। कोरोना पाजिटिव को तो परिवार से मिलने की भी इजाजत नहीं।
नो आउटिंग
कोरोना संक्रमण ने लोगों को घर में कैदी बना दिया है। इसके भय से परिवार के साथ घूमने, पिकनिक मनाने, पर्यटन स्थल घूमने व एंटरटेनमेंट पर भी रोक लगा दी गई।
मास्क जरूरी
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है। नहीं लगाने पर पुलिस को जुर्माना देना पड़ रहा है।
अब दो नहीं एक सवारी
प्रशासन ने मोटरसाइकलों पर दो सवारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
थूकना मना
संक्रमण से बचने के लिए सड़क या सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अधिकतर लोग इसका पालन कर रहे हैं लेकिन कुछ लोग जहां तहां अब भी थूक रहे हैं।
होम क्वारंटाइन
दूसरे राज्यों से लौहनगरी में आने वाले लोगों को होम क्वारंटाइन रहना अनिवार्य कर दिया गया है। घर में नोटिस लगने के बाद भी कुछ लोग घर से बाहर घूम रहे हैं।
पार्टियों पर रोक
गृह प्रवेश, जन्मदिन, सगाई, टी पार्टी सहित पारिवारिक कार्यक्रम व पार्टियां पूरी तरह से बंद हो चुकी है।
सामूहिक विवाह
सामूहिक विवाह में की गरीब कन्याओं का भला होता था। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण समाज में सामूहिक विवाह पर पूरी तरह से पाबंदी लगी हुई है।
बैठक व गेदरिंग
कार्यक्रम, सोसाइटी कालोनियों में गेदरिंग, पार्टी , किटी और मीटिंग पर अब रोक लगा दी गई है। सोसाइटी में बाहरी को जाने की इजाजत तक नहीं।
लंगर पर रोक
समाज व संस्थाओं के भंडारा व लंगर पर सख्ती से प्रतिबंध लागू है। अगर लोगों को भोजन बांटना है तो प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ रही है।
मंदिर के दरवाजे बंद
मंदिर, गुरुद्वारा मस्जिद व चर्च बंद है। ऐसा कोई भी धार्मिक आयोजन जिसमें भीड़ जुटे , प्रतिबंधित लगा दिया गया है। ज्यादातर लोग अपने घरों में ही धार्मिक संस्कार-रीतियों का पालन कर रहे है।