बेइज्जती का बदला लेने को गोलमुरी के ट्रांसपोर्टर के घर पर की फायरिग
गोलमुरी में गिरफ्तार करण सिंह ने पुलिस को पूछताछ में दी जानकारी।
जासं, जमशेदपुर : गोलमुरी थानाक्षेत्र के देबुन बागान के न्यू टाटा लाइन निवासी ट्रांसपोर्टर देवव्रत प्रसाद के घर पर नौ नवंबर की रात हुई फायरिग मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित करण सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस को बताया ट्रांसपोर्टर के बेटे ने उसके और साथियों के साथ मारपीट की थी। बेइज्जती की थी जिसका बदला लेने को ट्रांसपोर्टर के घर पर फायरिग की गई। बताया उसके साथ मानगो का अपराधी प्रदीप सिंह, कृणाल गोस्वामी, पांडेया समेत नौ लोग शामिल थे।
उसने बताया नौ नवंबर की रात को सभी ने मानगो खरकई नदी के किनारे एक मंदिर के सामने शराब पी। वहां से दो बाइक सवार छह साथी देबुन बागान आए। ट्रांसपोर्टर की दुकान के सामने बाइक खड़ी कर कुछ दूरी पर गुमटी में सभी सिगरेट पी रहे थे। दुकान के सामने से बाइक हटाने को लेकर विवाद हुआ। ट्रांसपोर्टर के बेटे ने मारपीट कर दी। सभी वहां से भागकर सीतारामडेरा थाना क्षेत्र भुइयांडीह पहुंचे। दो घंटे तक सभी वहीं रहे। प्रदीप ने मानगो में अपने साथी को फोन किया। पिस्तौल मंगवाई। एक बाइक पर तीन साथी मानगो से पिस्तौल लेकर पहुंचे। भुइयांडीह से सभी नौ नवंबर की रात 12.30 बजे ट्रांसपोर्टर के आवास के सामने पहुंचे। दो राउंड फायरिग की और गाली-गलौज करते हुए भाग निकले। गोली किसी को नहीं लगी थी। खिड़की का शीशा टूट गया था। गौरतलब है कि पुलिस ने घटनास्थल से एक पिलेट बरामद किया था।
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जेल में प्रदीप सिंह से करण की हुई थी दोस्ती
करण सिंह ने गोलमुरी पुलिस को बताया विगत जनवरी को बिष्टुपुर थाना की पुलिस ने उसे छिनतई के मामले में जेल भेजा था। जेल में ही उसकी मुलाकात मानगो के अपराधी प्रदीप सिंह से हुई थी। जून में दोनों जेल से रिहा हो गए। नौ अक्टूबर को उसकी मुलाकात सिदगोड़ा में अचानक हो गई। प्रदीप सिंह ने शराब पिलाने को कहा। उस दिन वह पार्टी नहीं कर सका। दूसरे दिन उसने जुआ में रुपये जीते थे। 10 अक्टूबर को प्रदीप को फोन कर वह मानगो गया था। जहां शराब पी गई।