आग की लपटों के साथ दौड़ी चक्रधरपुर-हावड़ा पैसेंजर,बड़ा हादसा टला
चक्रधरपुर-हावड़ा पैसेंजर ट्रेन के कोच संख्या एस थ्री के ब्रेक बेंडिंग में आग लग गई। दो किलोमीटर तक शोर-शराबे के बीच ट्रेन चांडिल पहुंची तो आग पर काबू पाया गया।
जमशेदपुर/ नीमडीह, जागरण संवाददाता। ट्रेन संख्या 58012 चक्रधरपुर-हावड़ा पैसेंजर ट्रेन के कोच संख्या एस थ्री के ब्रेक बेंडिंग में शुक्रवार की शाम आग लगने के कारण उक्त कोच में सवार यात्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। दो किलोमीटर तक शोर-शराबे के बीच ट्रेन चांडिल पहुंची तो चांडिल में पहले से मौजूद रेलकर्मियों ने फायर इंस्टूमेंट की मदद से ट्रेन में लगी आग पर काबू पाया। करीब 40 मिनट तक ट्रेन चांडिल स्टेशन में ही खड़ी रही। इसके बाद ट्रेन की रवानगी हुई।
यह है मामला
ट्रेन अपनी रफ्तार से चांडिल की ओर बढ़ रही थी। लेकिन कोच संख्या थ्री के नीचे से आग की लपटे बाहर निकल रही थी। यात्री चीख रहे थे। चांडिल स्टेशन से करीब 800 मीटर की दूरी पर स्थित लेबल क्रासिंग से जैसे ही ट्रेन गुजरी वहां पहले से मौजूद चांडिल आरपीएफ थाना प्रभारी राजीव कुमार की नजर आग पर पड़ी और उन्होंने तुरंत इसकी सूचना मोबाइल से एएसआइ एस मणी व चांडिल स्टेशन मास्टर विष्णु तांती को दी। सूचना मिलने के बाद तुरंत रेलकर्मी सतर्क हो गए और स्टेशन पर ट्रेन के आने का इंतजार करने लगे।
एक घंटे देर से पहुंची चांडिल
ट्रेन अपने निर्धारित समय से एक घंटे विलंब से 7.40 बजे चांडिल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची। प्लेटफार्म के विपरीत दिशा में ट्रेन के कोच में आग लगी थी। जहां आरपीएफ के जवान व रेलकर्मी पहले से मौजूद थे और उन्होंने फायर इंस्टूमेंट का इस्तेमाल कर आग पर काबू पाया। इस दौरान जैसे ही ट्रेन चांडिल स्टेशन पर पहुंची, यात्री चीखते -चिल्लाते कोच से बाहर कूदने लगे। हालांकि किसी को हताहत होने की सूचना नहीं है।