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टाटा कमिस में 16, 500 व अधिकतम 45 हजार बोनस

आखिरकार मंगलवार की देर रात टाटा कमिस कर्मचारियों का बोनस

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 12:27 AM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 05:17 AM (IST)
टाटा कमिस में 16, 500 व अधिकतम 45 हजार बोनस
टाटा कमिस में 16, 500 व अधिकतम 45 हजार बोनस

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आखिरकार मंगलवार की देर रात टाटा कमिस कर्मचारियों का बोनस 8.33 फीसद पर समझौता हो गया। बोनस पर यूनियन दो फाड़ में बंट गई, सिराजी खेमे ने समझौते पत्र पर प्रबंधन के साथ हस्ताक्षर किया। जबकि रामाकांत करूआ अपने दस समर्थकों के साथ वार्ता से उठकर चलते बने तथा समझौते पत्र पर हस्ताक्षर नहीं की। कुल 18 यूनियन नेताओं में से आठ ने प्रबंधन के समझौते पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया।

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---------------- 8.33 फीसद बोनस के हिसाब से कर्मचारियों को न्यूनतम 16500 व अधिकतम 45000 रुपये मिलेंगे। बीते साल कर्मचारियों को 18.75 फीसद बोनस के हिसाब से अधिकतम 65 हजार तक मिला था। इस बार फार्मूले के मुताबिक 8.33 फीसद बोनस बनता है। हालांकि यूनियन की कमेटी मीटिग में 12 फीसद से कम बोनस नहीं लेने का निर्णय हुआ था। इसी कारण से यूनियन का एक खेमा समझौता पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया। दो दिनों के अंदर कर्मचारियों के बैंक खाते में बोनस चला जाएगा।

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इन्होंने की हस्ताक्षर बोनस के समझौते पत्र पर प्रबंधन पक्ष से प्लांट हेड मनीष झा, जीएम एचआर भीखम सिंह, जीएम क्वालिटी अमित ठाकुर, स चिन त्यागाी, सक्सेना, यूनियन की स्टीयरिग कमेटी के एहसान अहमद सिराजी, मनोज सिंह, अविनाश अनुपम, धीरज सिंह, सीबी सिंह, धीरज सिंह, रतन प्रमाणिक, सुरेंद्र कुमार, अजित सिंह आदि ने हस्ताक्षर की।

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अल्पमत में हुआ हस्ताक्षर

स्टीयरिग कमेटी के सदस्य रामाकांत करूआ ने कहा कि 18 में दस सदस्य हस्ताक्षर नहीं किया है। अल्पमत में हस्ताक्षर हुआ है। कमेटी मीटिग में जब तय हुआ था कि 12 फीसद से कम पर समझौता नहीं होगा तो यह कैसे हुआ। कर्मचारियों के साथ धोखा बर्दाश्त नहीं होगा। ग्रेड में निलंबित नेताओं की वजह से यूनियन नेताओं की संख्या कम थ्री, फिर भी बेहतर समझौता हुआ था। कमिस यूनियन का एक खेमा बोनस का किया विरोध, बैठक से बाहर निकले टाटा कमिस के कर्मचारियों के बोनस मुद्दे पर वार्ता के लिए प्रबंधन ने मंगलवार की देर रात स्टीयरिग कमेटी को आमंत्रित किया। स्टीयरिग कमेटी ने बात करने के लिए सभी कमेटी मेंबरों को रात 10 बजे बुलाया। कमेटी मेंबरों ने स्टीयरिग कमेटी के सदस्यों से बोनस पर पूछा। कमेटी मेंबरों को बताया कि प्रबंधन 8.33 फीसद बोनस दे रहा है। साथ ही बकाया 8000 रुपये स्किल भत्ता भी देगा। अगले वर्ष कर्मचारी पुत्रों की बहाली भी करने की बात कही है। कमेटी मेंबरों ने पूछा क्या टाटा मोटर्स की तरह समझौते में इसका उल्लेख रहेगा। स्टीयरिग कमेटी ने कहा नहीं। कमेटी मेंबरों का कहना था कि बोनस फार्मूला बनाने के समय भी प्रबंधन ने मौखिक कहा था कि एमओपी का 60 फीसद लक्ष्य पूरा हो जायेगा जिससे 12 से 13 फीसद बोनस होगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बोनस समझौता का विरोध करते हुए बैठक से दीपतेन्दु चक्रवर्ती, श्रीनिवास राव, राजू मूर्ति, प्रकाश महतो, हरीश सुनानी, प्रत्यूष विश्वास, सुधीर श्रीवास्तव बाहर चले गए जबकि रामाकांत करुआ, एके सिंह और टीके मोहंती बैठक में शामिल ही नहीं हुए। इसके बाद एहसान अहमद सिराजी के साथ मनोज सिंह, चंदभूषण पांडेय, अंजय सिंह, धीरज सिंह, सुरेंद्र कुमार, रतन प्रमाणिक समझौता पर हस्ताक्षर करने के लिए गए।

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बोनस के साथ मिलेगा 8000 स्किल एलाउवेंस

बोनस की राशि दो दिन के बाद कर्मचारियों के बैंक खाते में चला जाएगा। इसके साथ ही कर्मचारियों का लंबित स्किल एलाउवेंस 8000 रूपए भी मिलेगा। यह बात कर्मचारियों के बोनस समझौते में तय हुई। कोरोना को लेकर स्किल एलाउवेंस अप्रैल महीने से लंबित था।


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