इस वर्ष मई में ही टाटा स्टील ने किया था भूषण स्टील का अधिग्रहण
विश्व की अग्रणी इस्पात कंपनी टाटा स्टील ने इसी साल मई महीने में भू
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : विश्व की अग्रणी इस्पात कंपनी टाटा स्टील ने इसी साल मई महीने में भूषण स्टील का अधिग्रहण किया था। भूषण स्टील का पूर्वी सिंहभूम के पोटका के अलावा झाड़सुगोड़ा, गाजियाबाद, राजस्थान व छत्तीसगढ़ में स्टील प्लांट है। टाटा स्टील ने दिवाला कानून के तहत भूषण स्टील लिमिटेड की 72.65 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है।
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भूषण के लिए लगाई थी 35 हजार करोड़ की बोली
टाटा स्टील ने 35,200 करोड़ रुपए की नकद पेशकश में भूषण स्टील का अधिग्रहण किया। कंपनी एक साल में 1,200 करोड़ रुपए का और भुगतान करेगी जबकि शेष ऋण को इक्विटी में परिर्वितत करेगी। बैंकों की 12.27 प्रतिशत और सिंघल परिवार के पास 2.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि शेष 10 प्रतिशत सार्वजनिक होल्डिंग है। टाटा स्टील लिमिटेड ने कर्ज में फंसी भूषण स्टील लिमिटेड के लिए आयोजित नीलामी में सफल बोली लगाई थी। भूषण स्टील लिमिटेड कर्ज में डूबी उन 12 कंपनियों में थी जिनके मामले रिजर्व बैंक ने दिवाला शोधन प्रक्रिया के तहत निपटाने के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून प्राधिकरण (एनसीएलटी) को भेजे थे।
टाटा स्टील भूषण स्टील को परिचालन कार्य के लिए उधार देने वाले कर्जदाताओं को 12 महीने की अवधि में 1,200 करोड़ रुपए का भुगतान कर देगी। टाटा समूह यह अधिग्रहण बामनीपाल स्टील द्वारा बाहर से लिए गए 16,500 करोड़ रुपए के ब्रिज लोन (प्रारंभिक आवश्यकताओं के लिए लिए गए ऋण) और टाटा स्टील की तरफ से निवेश के जरिए किया था।
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टाटा स्टील के होने पर कर्मी भी खुश
भूषण स्टील के कर्मचारियों को जैसे ही पता चला कि उनकी कंपनी को टाटा स्टील ने अधिग्रहित कर लिया है, कर्मियों में खुशी की लहर देखने को मिली थी। टाटा स्टील ने भूषण के सभी पांच हजार कर्मियों को समाहित किया था।
भूषण स्टील फिलहाल 3 से 3.5 मिलियन टन क्षमता के साथ काम कर रही है। इस क्षमता को 5 एमटी से ज्यादा ले जाने के लिए और निवेश करना होगा। इसे आसानी से 5 एमटी से 8 एमटी तक ले जाया जा सकता है।