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ग्लोबल समिट में पूर्वी सिंहभूम के उन्नत किसान ने पीएम मोदी के बारे में कही ये बातें

पूर्वी सिंहभूम के उन्नत किसान श्रीमंत कुमार मिश्रा ने रांची में आयोजित ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट में इजरायल के अपने अनुभवों को साझा किया।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 29 Nov 2018 03:27 PM (IST)Updated: Thu, 29 Nov 2018 04:01 PM (IST)
ग्लोबल समिट में  पूर्वी सिंहभूम के उन्नत किसान ने पीएम मोदी के बारे में कही ये बातें
ग्लोबल समिट में पूर्वी सिंहभूम के उन्नत किसान ने पीएम मोदी के बारे में कही ये बातें

जमशेदपुर, जेएनएन। पूर्वी सिंहभूम के उन्नत किसान श्रीमंत कुमार मिश्रा ने रांची में आयोजित ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट में इजरायल के अपने अनुभवों को साझा किया और कहा कि गर्व से कह सकते हैं कि हम किसान हैं और खेतीबाड़ी करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के बेहतर काम किए हैं। 

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पटमदा प्रखंड के निवासी श्रीमंत ने बताया‍ कि किस तरह 2002 में जल छाजन कार्यक्रम से जुड़े और कृषि में समर्पित हो गए। उनके गांव में अभी भी जल संचयन संरचना देखने को मिलेगी। गांव में कोई भी नदी नाला नहीं है। वर्षा के जल का संचयन करते हुए ही खेती होती है।

प्रधानमंत्री मोदी को सराहा

श्रीमंत कुमार मिश्रा ने कहा कि इजरायल भ्रमण के दौरान भी उन्होंने यही चीज देखी कि पानी की कमी के बावजूद चारों तरफ हरियाली दिखाई देती है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवल बातें नहीं की बल्कि कृषि के क्षेत्र में उन्नति के लिए कार्य करके दिखाया। कभी यह सोचा नहीं गया था कि किसानों को कुछ अच्छा मार्गदर्शन मिले ताकि वह अपने जीवन को बढ़िया से जी सकें। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हम किसान हैं और खेतीबाड़ी करते हैं। क्योंकि हम तकनीक के माध्यम से उन्नत कृषि में संलग्न हैं। लोग प्रबंधन के क्षेत्र में पढ़ाई करके भी खेती-बाड़ी के क्षेत्र में अपना भविष्य उज्ज्वल बना रहे हैं।

वर्षा जल के बेहतर संचय से हो सकती सालभर खेती

उन्होंने कहा देश के प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री के सपनों को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।  झारखंड में औसतन 1200मिलीमीटर  वर्षा होती है। इजरायल जाने के बाद हमने यह महसूस किया कि वहां पर जल का प्रबंधन बेहतर तरीके से किया जाता है। झारखंड में भी हम यदि उपलब्ध वर्षा जल का और बेहतर तरीके से प्रबंधन करेंगे तो सालभर खेती का अच्छा उत्पादन ले सकेंगे।

झारखंड के कृषि उत्पाद उन्न्त किस्म के

उन्होंने कहा कि इजराइल में जो उत्पादन हो रहा है उसकी सीधे मार्केटिंग नहीं की जाती है। पोस्ट हार्वेस्ट, मैनेजमेंट तकनीक से पैकेजिंग और ब्रांडिंग के बाद उसकी मार्केटिंग की जाती है, जिससे कि एक बैलेंस बना रहता है और गुणवत्तापूर्ण प्रोड्यूस मिलता है। झारखंड में प्राकृतिक रूप से ऐसे उत्पादन होते हैं। झारखंड में ऐसे क्लाइमेटिक जोन हैं कि हमारे यहां प्राकृतिक रूप से उन्नत किस्म के उत्पाद होते हैं और हमें आर्टिफिशियल रूप से सृजन नहीं करना पड़ता है। हमारे यहां की उपज गुणवत्तापूर्ण है जो कि विदेशों में निर्यात करने के लिए सर्वोत्तम है। 

मुख्यमंत्री रघुवर दूरदर्शी

श्रीमंत ने आभार जताते हुए कहा‍ कि कृषकों के लिए मुख्यमंत्री ने इतना सोचा और इतना बड़े आयोजन किया। विदेशों से भी आयातक आए हैं और देश-विदेश से लोग आकर अपने ज्ञान को साझा कर रहे हैं। किसानों के लिए एक मुकम्मल मंच उपलब्ध कराया है। हम आज कह सकते हैं कि वह दिन दूर नहीं कि हम विदेशों में भी सब्जी बेचकर और भी अधिक आमदनी अर्जित कर सकते हैं। इजराइल के साथ संबंध स्थापित करके प्रधानमंत्री ने वहां का दौरा किया। झारखंड एक ऐसा राज्य है जहां मुख्यमंत्री के द्वारा भारत में पहली बार इजरायल भेजा गया। यह एक बहुत ही दूरदर्शिता की बात है जो कि किसानों के लिए सोचा गया। आज सिर्फ बातें नहीं की जा रही हैं बल्कि हकीकत में उसको साकार कर के दिखाया जा रहा है।

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