Move to Jagran APP

पलामू से रंगदारी वसूलने वाला बदमाश गिरफ्तार

घाघीडीह सेंट्रल जेल के सेल में बंद पलामू जिले का गैंगस्टर सुजीत सिन्हा पलामू और आसपास के क्षेत्र में कोयला कारोबारियों से रंगदारी मांगता था। इसकी जानकारी मिलने पर जमशेदपुर पुलिस ने शनिवार को सुजीत के गुर्गे मोनू उर्फ आकाश राय को बिष्टुपुर से गिरफ्तार कर लिया। वह फर्जी दस्तावेज से हासिल किए गए सिम का उपयोग कर सुजीत सिन्हा के नाम से रंगदारी मांगता था।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 09:00 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 09:00 PM (IST)
पलामू से रंगदारी वसूलने वाला बदमाश गिरफ्तार
पलामू से रंगदारी वसूलने वाला बदमाश गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर के नाम पर रंगदारी वसूलने वाले बदमाश को जमशेदपुर पुलिस ने शनिवार को दबोच लिया। पलामू के गैंगस्टर सुजीत सिन्हा पलामू और वहां के कोयला कारोबारियों से रंगदारी वसूलवाता था। इसकी जानकारी मिलने पर जमशेदपुर पुलिस ने कार्रवाई की। उसके गुर्गे मोनू उर्फ आकाश राय बिष्टुपुर से पकड़ा गया है। वह फर्जी दस्तावेज से सिम लेकर यह काम करता था।

loksabha election banner

बिष्टुपुर के वोल्टास बिल्डिंग के पास से गिरफ्तार आकाश राय, रांची स्थित डोरंडा के कुशई कॉलोनी में सत्यभामा अपार्टमेंट (डी ब्लाक फ्लैट नंबर ए) रहता है। वह मूल रूप से पलामू जिले के मेदिनीनगर सदर थाना क्षेत्र का निवासी है। इससे पहले परसुडीह पुलिस ने सुजीत सिन्हा की पत्‍‌नी रिया सिन्हा के मौसेरे भाई बागबेड़ा कॉलोनी रोड नंबर चार के निवासी बिट्टू कुमार को एक जनवरी और पलामू के पंडरा थाना की पुलिस ने सुजीत सिन्हा की पत्‍‌नी को जेल भेज चुकी है।

परसुडीह इंस्पेक्टर अनिमेश कुमार गुप्ता को 25 दिसंबर 2018 को घाघीडीह जेल के आसपास से यह सूचना प्राप्त हुई थी कि जेल में बंद सुजीत सिन्हा और उसके गुर्गे रंगदारी मांग रहे हैं। पूरा मामला सत्यापित करने के बाद अनिमेश गुप्ता ने परसुडीह थाना में सुजीत सिन्हा, उसकी पत्‍‌नी रिया सिन्हा उर्फ सोनम उर्फ सोनी (पलामू जिले के डाल्टेनगंज स्थित रेड़मा निवासी), रांची के मोनू उर्फ आकाश राय, बागबेड़ा निवासी बिट्टू कुमार, सिदगोड़ा निवासी सचिन दास एवं अन्य अज्ञात के खिलाफ परसुडीह थाना में फर्जी सिम का इस्तेमाल कर रंगदारी मांगने, लोगों को भयभीत करने और धमकी देने का मामला एक जनवरी को दर्ज कराया था। सबसे पहले पुलिस ने बिट्टू कुमार को गिरफ्तार किया।

----------

सचिन दास के पकड़े जाने के बाद सामने आया मामला

जमशेदपुर पुलिस टीम ने जनवितरण प्रणाली दुकानदार और फर्जी सिम कार्ड के गठजोड़ का खुलासा दिसंबर में किया था, जिसमें फर्जी सिम के जरिए राशन की कालाबाजारी किए जाने की बात सामने आई थी। पुलिस ने मामले में सिदगोड़ा बागुनहातु के सचिन कुमार दास को गिरफ्तार किया था, जो जसीडीह देवघर का मूल निवासी है। सचिन से पूछताछ में जानकारी मिली कि उसने बागबेड़ा कॉलोनी के युवक बिट्टू कुमार को 12 से अधिक फर्जी सिम उपलब्ध कराया था। उस सिम को बिट्टू ने जेल में बंद सुजीत सिन्हा समेत सुजीत सिन्हा की पत्‍‌नी, मोनू उर्फ आकाश राय और उसके गुर्गो को उपलब्ध कराया। सचिन दास की गिरफ्तारी के बाद गैंगस्टर और उसके गुर्गो की करतूत सामने आई। वहीं फर्जी सिम मामले में सोनारी के राशन दुकानदार रोहित गुप्ता, खूंटाडीह के मो. मोनाहिर, जुगसलाई महतोपाड़ा रोड के मो. मुदस्सर, मो. तनवीर, बागबेड़ा के सुरेंद्र रविदास, उलीडीह शर्मा लाइन टैंक रोड के राजेंद्र प्रसाद और सीतारामडेरा के अशोक चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया था।

--

सुजीत सिन्हा की पत्‍‌नी के पास बरामद किया गया था सिम सुजीत सिन्हा की पत्‍‌नी रियाके पास से एप्पल कंपनी का पुराना आइ फोन, मोबाइल सिम 7061744542 बरामद किया गया है। वहीं बिट्टू कुमार के पास से ओप्पो कंपनी का एक पुराना मोबाइल, जिसमें सिम 7870597174 और 8340133645 लगा था, बरामद किया गया। सिमों का इस्तेमाल बिट्टू कुमार करता था। वह सुजीत सिन्हा एवं उसके गुर्गो से बातचीत करता था। इससे चैटिंग भी की जाती थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.