धालभूमगढ़ में एलपीजी गैस सिलेंडर कारखाना में धमाका Jamshedpur News
धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र के जोडशोल में मौजूद एलपीजी गैस सिलेंडर कारखाना में सोमवार की सुबह जोरदार धमाका होने से इलाके में हड़कंप मच गया।
धालभूमगढ़ (पूर्वी सिंहभूम), जेएनएन। पूर्वी सिंहभूम जिले के धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र के जोडशोल में मौजूद एलपीजी गैस सिलेंडर कारखाना में सोमवार की सुबह जोरदार धमाका होने से इलाके में हड़कंप मच गया। धमाका इतना जोरदार था कि कारखाने की चारदीवारी से सटे मकरा मुंडा के घर की कई टाली टूट गई और कारखाना शेड की टीना उड़कर करीब 40 फुट दूर उसके अहाते में गिरी।
धमाके की आवाज सुनकर करीब 4 किलोमीटर दूर तक के लोग घटनास्थल पहुंचे हुए थे। हालांकि धमाका कैसे हुआ, कारखाने में काम चल रहा था या नहीं, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। कारखाना में इंडेन गैस, भारत गैस एवं प्रधानमंत्री उज्जवला गैस योजना के सिलेंडरों का निर्माण हो रहा था जो काफी संख्या में तैयार होकर रखे हुए थे। इसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी संतन तिवारी ने मौके-मुआयना करने के साथ सभी मजदूरों से पूछताछ की। थाना प्रभारी ने बताया कि लॉकडाउन के दिन ही उन्होंने स्वयं आकर के कारखाना को बंद कराया था। कारखाना के अंदर देखने के बाद इस बात की पुष्टि नहीं होती है की काम चल रहा था, फिर भी इस मामले की जांच की जाएगी कि विस्फोट कैसे हुआ। अंचलाधिकारी सदानंद महतो ने बताया कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। इसके अलावा उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वह घटनास्थल पर नहीं गए हैं। कारखाना चल रहा था या बंद था, इसकी भी उन्हें जानकारी नहीं है।
कारखाना में चल रहा था काम
कारखाना की चारदीवारी से सटकर रह रहे मकरा मुंडा ने बताया कि सुबह लगभग 9 बजे जोरदार धमाका हुआ। थोड़ी देर के लिए वे सब डर गए। चारों ओर सन्नाटा फैल गया। इसके पहले कारखाना के अंदर से काम करने की आवाजें आती थी। चिमनी से धुआं भी निकलते देखा जाता था। ग्रामीणों ने भी इसकी पुष्टि की। कहा कि लॉकडाउन के बाद भी वहां काम चल रहा था। स्थानीय मजदूरों को 22 मार्च को ही लॉक डाउन की बात कह कर छुट्टी कर दी गई थी। बिहार से आए मजदूरों से काम कराया जा रहा था जिन्हें फैक्ट्री के पीछे की ओर बने छोटे-छोटे क्वार्टरों में रखा गया है। हालांकि इन मजदूरों ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है। गार्ड सुनील ¨सह ने बताया कि आवाज हुई थी शायद कोई कंप्रेसर चालू रह गया होगा। इस बारे में कारखाना मालिक बंटी अग्रवाल से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन बंद था।