भू-माफियाओं के चक्कर में फंसकर उजड़ गई 70 परिवारों की जिंदगी
एक दर्जन से अधिक घरों को तोड़ा गया। वहीं बाकी लोगों को घर खाली करने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया।
जमशेदपुर, जासं। बबुआ हो उजड़ गईल घर, अब कहां जाईम..। पहले जमीन के दलालों (भू-माफियाओं) ने ठगा और अब पुलिस-प्रशासन उजाड़ रही है। यह व्यथा हीरामोती देवी की है। वह फोन पर अपने किसी रिश्तेदार से पीड़ा व्यक्त कर रही थी। हीरामोती मूल रूप से बक्सर की रहने वाली है। सरकारी जमीन पर उनका भी घर है जिसे अतिक्रमण बताकर तोड़ दिया गया।
इसी क्रम में एक दूसरी महिला रीना देवी बेहोश होकर गिर पड़ी। उसका भी घर तोड़ा जा रहा था। यह सबकुछ हो रहा था बिरसानगर के लुपुंगडीह स्थित लालटांड गांव में। सोमवार की सुबह सात बजे यहां बड़ी संख्या में पुलिस के जवान पहुंचते हैं। इसे देखकर लोग अपने-अपने घरों में ही दुबक जाते हैं। वह अपने घरों से निकलने को तैयार नहीं। इस दौरान जब प्रशासन ने बल प्रयोग करना चाहा तो बेबश लोग हाथ जोड़कर खड़े हो गए और कहने लगे-सर, हमलोगों का घर नहीं उजाड़ा जाए। खून-पसीना एक कर किसी तरह सपनों के महल खड़ा किया है। हमलोगों को नहीं मालूम था कि ये सरकारी जमीन है। अगर, होता तो जमीन खरीदते ही नहीं।
भू-माफियाओं ने लीज व मालिकाना हक दिलाने का झांसा देकर जमीन बेची है। इधर, पुलिस-प्रशासन अपनी ड्यूटी का हवाला देकर घरों पर बुलडोजर चलाए जा रही थी। सोमवार को एक दर्जन से अधिक घरों को तोड़ा गया। वहीं बाकी लोगों को घर खाली करने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया। इससे डरे-सहमे लोग खुद ही अपने घरों से समान निकाल सुरक्षित जगहों पर ले गए। बीते चार दिनों के अंदर लालटांड गांव के 70 घरों को तोड़ दिया गया है। बाकि पुराने घरों को भी तोड़ने की तैयारी है। लालटांड गांव में करीब 110 घर हैं, यानी 550 लोग प्रभावित होंगे। अतिक्रमण अभियान सुबह सात से शाम पांच बजे तक चला। प्रशासन का कहना है कि जबतक पूरी जमीन खाली नहीं करा ली जाती तबतक अभियान जारी रहेगा। अभियान में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी रंजन पांडे, डीएसपी लॉ एंड ऑडर आलोक कुमार, सिदगोड़ा थाना प्रभारी अशोक कुमार, बिरसानगर थाना प्रभारी भूषण कुमार सहित भारी संख्या में फोर्स तैनात थी।
ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, कहा-इतने दिनों से कहां थी पुलिस
घर टूटने के बाद 70 से अधिक परिवार बेघर हो गये है। वह खुले आसमान के नीचे रात काटने को मजबूर हैं। उनके साथ में छोटे-छोटे बच्चे भी हैं।। स्थानीय लोगों में भू-माफियाओं के साथ-साथ पुलिस-प्रशासन के खिलाफ आक्रोश था। लोगों का कहना है कि इतने दिनों से पुलिस-प्रशासन कहां और क्या कर रही थी।
बिना नोटिस के तोड़ दिये गए 70 घर
घरों पर जब बुलडोजर चलाए जा रहे थे तब लोगों ने प्रशासन से नोटिस मांगा, लेकिन किसी को नोटिस नहीं दिया गया। लोगों का कहना है कि वह बीते 10 से 12 सालों से घर बनाकर रह रहे हैं लेकिन किसी भी परिवार को लिखित नोटिस नहीं दिया गया।
लालटांड गांव में बनेगा पीएम आवास, 32 हजार परिवारों को मिलेगा
लालटांड गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 32 हजार घर बनाया जाएगा। इसके लिए 26 एकड़ जमीन चिन्हित कर उसे खाली कराया जा रहा है। इस जमीन के अधिकांश हिस्सों में अवैध कब्जा है जिसपर घर बना लिया गया है।
सात साल पहले खरीदी थी जमीन
सात साल पहले अक्षय कुमार से जमीन खरीदी थी। ढाई लाख रुपये जमीन के एवज में दिए थे। उस समय लीज व मालिकाना हक दिलाने की बात कही गई लेकिन अब प्रशासन ने घर तोड़ रहा है।
- सोमनाथ प्रसाद, पीड़ित।