Mob Lynching : तब बच्चा चोर की अफवाह में मारे गए थे आठ बेकसूर Jamshedpur News
कोल्हान में बच्चा चोर की अफवाह का वह दौर रोंगटे खड़े कर देता है। तब बच्चा चोर की अफवाह में आठ बेकसूर मारे गए थे।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। 18 मई 2017 जमशेदपुर जैसे शहर के लिए एक काले दिन के समान था। इस दिन बागबेड़ा के नागाडीह में हरवे-हथियार से लैंस ग्रामीणों की भीड़ ने बच्चा चोर बोलकर जुगसलाई नया बाजार के विकास वर्मा, उसके भाई गौतम वर्मा और बागबेड़ा गाढ़ाबासा निवासी गंगेश की पुलिस की उपस्थिति में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।
वहीं भीड़ की शिकार हुई 76 वर्षीय रामसखी देवी ने भी 20 जून 2017 को दम तोड़ दिया था। रामसखी देवी 18 मई को भीड़ द्वारा मारे गए तीन बच्चों की दादी थी। घटना के दो वर्ष पूरे हो गए। परिवार के लोग घटना की चर्चा भर करने से सीहर उठते है विशेष कर घटना के प्रत्यक्षदर्शी उत्तम वर्मा जिनकी जान ईश्वर की कृपा से बच गई। अंदाजा लगा जा सकता है कि वर्मा परिवार पर क्या गुजर रही है। पिता मणिचंद्र वर्मा जिनके दो जवान बेटे, बेटे के दोस्त गंगेश और मां महज अफवाह फैलाकर मार दिए गए। परिवार सदमे से उभर नही पाया है।
शोभापुर में भी मारे गए थे चार लोग
इसी दिन इस घटना के पहले सुबह में बागबेड़ा से सटे सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर थाना के शोभापुर में ग्रामीणों ने चार युवकों को बंधक बनाया। इसके बाद पीट-पीटकर मो. नइम, सेराज खान और सज्जू समेत एक अन्य की हत्या कर दी थी। विरोध पर पुलिस वाहन को आग के हवाले कर दिया गया था। एक दर्जन से अधिक पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे। मारे गए तीन युवक पोटका हल्दीपोखर और एक घाटशिला के रहने वाले थे।
नागाडीह हत्याकांड में 300 ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज की गई थी प्राथमिकी
बागबेड़ा नागाडीह में हुई हत्या के मामले में उत्तम वर्मा की शिकायत पर बागबेड़ा थाने में नागाडीह के ग्राम प्रधान जगत मार्डी, मुखिया राजाराम हांसदा, विभीषण सरदार, बाबू सरदार, गणेश मंडल, सुनिल सरदार, सुभाष हांसदा, डॉक्टर मार्डी, गोपाल हांसदा, गुलाम सरदार, लेदरा मुर्मू, राजेश टुडू, शिबू, राहुल समेत 200 से 300 ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। हत्या में विभीषण सरदार और जगत मार्डी अब तक फरार है। न्यायालय में मामला विचारधीन है।राजाराम हासंदा को छोड़कर सभी को जमानत मिल चुकी है। गवाही की प्रक्रिया जारी है।
बच्चा चोर अफवाह में मारे गए थे कई लोग
बागबेड़ा और राजनगर में बच्चा चोर की अफवाह के पहले पूर्वी सिंहभूम जिले में कई लोग भीड़ के हाथ मार दिए गए थे। 10 मई 2017 को जादुगोड़ा के फिलिप्स टुडू को ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझ पिटाई कर दी थी जिसकी मौत बाद मे हो गई। 11 मई को जादुगोड़ा राखामाइंस में ग्रामीणों ने अद्र्धविक्षिप्त को मार डाला था। बागबेड़ा, गालूडीह, जादुगोड़ा में अनजान को बच्चा चोर की अफवाह में ग्रामीणों ने पिटाई कर दी थी।
उग्र भीड़ की पिटाई से हो गई थी तबरेज की मौत
तबरेज की फाइल फोटो।
सरायकेला-खरसावां जिले के सरायकेला के धतकीडीह गांव के पास चोरी का आरोप लगा कदमडीहा ग्राम निवासी तबरेज अंसारी की भीड़ ने बीते 17 जून को पिटाई कर दी थी। उसे पुलिस ने सरायकेला अस्पताल में दाखिल कराया गया। 18 जून को चोरी के आरोप में उसे जेल भेज दिया। 22 जून को तबीयत बिगड़ने पर सरायकेला सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई। परिवार वाले टाटा मुख्य अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के दिन तबरेज जमशेदपुर से सरायकेला लौट रहा था। सरायकेला धातकीडीह में लोगों ने उसे पकड़ लिया। पोल में बांधकर पिटाई की। धार्मिक नारे लगवाएं। बता दे कि तबरेज की पिटाई से हुई मौत का मामला देश- विदेश में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। राजनीतिक गलियारे में भी मामला उफान पर है। इस मामले में दो थानेदार निलंबित हो चुके है। मारे गए तबरेज की शादी कुछ माह पहले ही हुई थी।
सिदगोड़ा में लूट के आरोपित की बांधकर हुई थी पिटाई
जमशेदपुर के सिदगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित बागुनहातु ए ब्लाक रोड नंबर दो में बीते एक जुलाई को लूट का आरोप लगाकर राजा रविदास को लोगों ने पकड़ लिया। भीड़ ने चापाकल में बांधकर उसकी पिटाई की। इसके बाद उसे सिदगोड़ा थाने को सौंप दिया था। पुलिस ने लूट के आरोप में उसे जेल भेज दिया था। वहीं राजा रविदास के साथ मारपीट करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ सिदगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई। यह घटना एक बानगी है भीड़ के अचानक उग्र हो जाने की।