टाटानगर स्टेशन में एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगेगा, रोज बचेगा एक लाख गैन पानी Jamshedpur News
टाटानगर स्टेशन में एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगेगा। इससे प्रतिदिन एक लाख गैलन पानी रेलवे यहां बचा पायेगी। इस पानी का इस्तेमाल दूसरे कामों के लिए किया जा सकेगा।
जमशेदपुर, गुरदीप राज। टाटानगर स्टेशन स्थित वाशिंग लाइन में प्रतिदिन 297 कोच की साफ -सफाई की जाती है। इन कोच को धोने के लिए रेलवे को प्रतिदिन एक लाख गैलन पानी का इस्तेमाल करना पड़ता है। अब यह एक लाख गैलन पानी रेलवे प्रतिदिन बचाने की तैयारी रेलवे कर रहा है।
इस पानी का इस्तेमाल दूसरे कामों के लिए किया जा सकेगा। टाटानगर स्टेशन के वाशिंग लाइन में लाखों की लागत से रेलवे द्वारा एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट (इटीपी) लगाया जा रहा है। यह प्लांट मार्च से पहले लग कर तैयार हो जाएगा। टाटानगर ही नहीं चक्रधरपुर मंडल के नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी), इक्को स्मार्ट स्टेशनों में यह प्लांट लगाया जाना है जिसको लेकर सर्वे शुरू कर दिया गया है कि प्लांट कहां लगेगा, जिससे वासिंग लाइन तक पानी को पहुंचाने में आसानी होगी।
पांच से छह बार होगा पानी री-साइकिलिंग
टाटानगर स्टेशन के वाशिंग लाइन में लगने वाले प्लांट में टाटानगर के बाथरुम से लेकर हाथ मुंह धोने व वाशिंग लाइन में ट्रेन धोने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पानी को एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट में जमा किया जाएगा। जहां उक्त पानी को री साइकिल कर उस पानी का इस्तेमाल ट्रेन के कोच को धोने के लिए किया जाएगा। इस तरह रेलवे प्रतिदिन सिर्फ वाशिंग लाइन में इस्तेमाल होने वाले एक लाख गैलन पानी को तो बचाएगी ही, साथ में टाटानगर स्टेशन के विभिन्न बाथरुम से निकलने वाले गंदे पानी, स्टाल, फूड प्लांजा, रेस्टोरेंट से निकलने वाले गंदे पानी को साफ कर इसका इस्तेमाल ट्रेन के धुलाई में किया जाएगा। टाटानगर में लगने वाले इटीपी में केमिकल युक्त पानी को भी साफ करने की क्षमता रहेगी। जिसका ध्यान रखा जा रहा है। ताकि भविष्य में पानी की किल्लत की समस्या को टाटानगर स्टेशन में नहीं झेलना पड़े।
टाटानगर में हुआ सर्वे का काम पूरा
टाटानगर स्टेशन के वासिंग लाइन में एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। बजट भी पास हो गया है अब निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
रेन हार्वेस्टिंग का भी पूरा रखा जाएगा ख्याल
टाटानगर स्टेशन में बनने वाले इफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट में रेन हार्वेस्टिंग का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। बारिश के पानी को पाइप के मदद से एक बड़े पाइप के रास्ते एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जाएगा। जहां इस पानी को शुद्ध कर पुन: इसका इस्तेमाल किया जाएगा।
ये कहते अधिकारी
टाटानगर स्टेशन के वाशिंग लाइन में मार्च से पहले एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा। इस प्लांट के लगने से टाटानगर में प्रतिदिन पानी की बचत होगी और इस प्लांट से री साइकिल पानी का इस्तेमाल ट्रेन को धोने व अन्य काम में इस्तेमाल किया जाएगा।
-मनीष कुमार पाठक सीनियर डीसीएम चक्रधरपुर मंडल
निर्भया फंड से टाटानगर सहित 33 स्टेशनों में लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे
निर्भया फंड से टाटानगर सहित 33 स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। स्टेशन में दागी अपराधी के कदम जैसे ही पड़ेंगे, सीसीटीवी में उसकी प्रत्येक गतिविधि की रिकार्डिंग शुरू हो जाएगी। व्यक्ति ट्रैकिंग सिस्टम के माध्यम से बदमाशों को दबोचने के लिए रेलवे स्टेशनों और रेलवे स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा रहा है। इससे टाटानगर स्टेशन में महिलाओं व युवतियों से जुड़े अपराध पर आरपीएफ व जीआरपी मिलकर लगाम लगाने का काम करेगी। इतना ही नहीं सीसीटीवी कैमरे के सर्वर से स्टेशन मास्टर के कैबिन को भी जोड़ा जाएगा ताकि उनकी भी निगरानी ट्रेन के छूटने व ट्रेन के रुकने सहित अन्य गतिविधियों पर नजर रहेगी।
यहां लगे हैं 32 कैमरे
निर्भया फंड के तहत दीघा और बालासोर स्टेशनों पर 32 कैमरे लगाए गए हैैं। स्टेशनों में बढ़ रहे अपराध रोकने के लिए रेलवे ने टाटानगर सहित 24 स्टेशनों में 916 सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। यह कैमरे प्लेटफार्म, वेटिंग हॉल सहित स्टेशन क्षेत्र के चप्पे चप्पे पर लगाए गए हैैं। इस कैमरों पर आरपीएफ की निगरानी रहेगी। दक्षिण पूर्व मंडल के खडग़पुर, चक्रधरपुर, आद्रा व रांची मंडल के 24 स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे लगाकर सुरक्षा बढ़ाई गई है।