आयुष्मान भारत योजना से इलाज में झारखंड में दूसरे स्थान पर पूर्वी सिंहभूम, जानिए कितने लोगों का हुआ इलाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना से इलाज में झारखंड में पूर्वी सिंहभूम दूसरे स्थान पर है। रांची का स्थान पहला है।
जमशेदपुर, जासं। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के तहत पूर्वी सिंहभूम जिले में अब तक लगभग 22,000 लोगों का इलाज कराया जा चुका है। इस आंकड़े के साथ झारखंड में रांची के बाद पूर्वी सिंहभूम दूसरा जिला है, जहां आयुष्मान कार्ड से सर्वाधिक लोगों का इलाज हुआ है।
उपायुक्त ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना गरीबों के लिए संजीवनी का काम कर रहा है। गरीबों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा झारखंड की धरती से ही की गई थी। आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक देशभर में लाखों लोगों का इलाज कराया जा चुका है।
पोटका की नोहा ने की शिकायत
पोटका प्रखंड की लुवाडीह गांव की रहने वाली 30 वर्षीय नोहा टूडू पिछले कई दिनों से पेट के ट्यूमर से ग्रसित हैं। उन्होंने शुक्रवार को उपायुक्त रविशंकर शुक्ला से मुलाकात कर बताया कि गोल्डन कार्ड होने के बावजूद आयुष्मान भारत योजना के तहत निबंधित अस्पताल द्वारा उसके इलाज के लिए पैसे की मांग की जा रही है। नोहा टूडू द्वारा दी गई जानकारी पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उपायुक्त ने सिविल सर्जन को बेहतर स्वास्थ सुविधा नोहा टूडू को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही संबंधित अस्पताल के विरुद्ध न्यायोचित कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया।
आती रहती है अस्पताल की शिकायत
गौरतलब है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज करने में कोताही बरतने एवं पैसे की मांग अस्पताल द्वारा किए जाने की शिकायत मिलती रहती है। इसी क्रम में आज पोटका प्रखंड की लुवाडीह गांव की रहने वाली नोहा टुडू ने आज उपायुक्त से मिलकर अस्पताल द्वारा पैसे मांगे जाने की शिकायत की। उपायुक्त ने त्वरित कार्यवाही करते हुए उन्हें बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दिया। उपायुक्त ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत निबंधित सभी अस्पतालों को प्राथमिकता के आधार पर गोल्डन कार्ड धारियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना है। उन्होंने इस संबंध में संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वह सभी अस्पतालों से समन्वय स्थापित कर गोल्डन कार्ड धारियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।