सेमीफाइनल में टीएफए ने तोड़ा दम
122 आइएफए शील्ड में ईस्ट बंगाल ने टाटा फुटबॉल अकादमी को 4-1 से पराजित कर दिया।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : 30 साल पुरानी टाटा फुटबॉल अकादमी (टीएफए) भले ही अपने समृद्ध विरासत पर इतरा ले, लेकिन वर्तमान तो यूं समझिए, क्रब में पांव लटकाए बैठा है। 122वीं अंडर-19 आइएफए शील्ड में टाटा स्टील द्वारा संचालित इस क्लब को जो हश्र हुआ, उसे देख शर्मिदगी भी शरमा जाए। गिरते-पड़ते सेमीफाइनल की दहलीज पर पहुंची टीम सोमवार को दम तोड़ दिया। ईस्ट बंगाल की अकादमी ने उसे एक नहीं, दो नहीं, बल्कि 4-1 से पराजित कर घुटने के बल रेंगने को मजबूर कर दिया। फाइनल में ईस्ट बंगाल का मुकाबला
कोलकाता में खेले गए पहले सेमीफाइनल मुकाबले में टाटा फुटबॉल अकादमी का सामना ईस्ट बंगाल की टीम थी। शुरुआत से ही ईस्ट बंगाल की टीम आक्रामक नजर आ रही थी। लेफ्ट विंग ने टीएफए की रक्षा पंक्ति की कड़ी परीक्षा ली। इसी बीच विवादित ऑफ साइड के कारण रेफरी को ईस्ट बंगाल के खिलाड़ियों के गुस्से का कोपभाजन बनना पड़ा। इस घटना के बाद ईस्ट बंगाल का विश्वास डिगा दिखा। संवादहीनता ने 35वें मिनट में टीएफए को गोल करने के सुनहरा मौका दिया, लेकिन भाग्य ने मेजबान टीम का साथ दिया। मध्यांतर तक दोनों ही टीमें गोलरहित बराबरी पर थी।
दूसरे हाफ में भी ईस्ट बंगाल की अंडर-19 टीम का दबदबा देखने को मिला। हालांकि कुछ देर के लिए टीएफए ने भी दबाव बनाने का प्रयास करते हुए ईस्ट बंगाल की डिफेंस को भेदने का प्रयास किया। ईस्ट बंगाल के कोच रंजन चौधरी ने 4-2-3-1 के फॉर्मेशन में टीम को उतारा। खेल के 49वें मिनट में टीएफए के चेतन हांसदा ने ईस्ट बंगाल के डिफेंडर एम क्लिंटन को छकाते हुए गेंद को गोलजाल में डाल अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी। गोल खाकर बौखलाई ईस्ट बंगाल की सेना ने जवाबी हमला करना शुरू किया। इसी बीच टी सुरनजीत सिंह तेजी से गेंद लेकर आगे बढ़े और डी बॉक्स के बार से लंबा शॉट जड़ा, जो सीधे गोलजाल से जा टकराया। अब मुकाबला 1-1 से बराबरी पर आ खड़ा हुआ। इसके बाद दोनों ही टीमों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। वैकल्पिक खिलाड़ी के तौर पर मैदान पर उतरे ईस्ट बंगाल के लालरुआत्लुआंगा तेतपुईया के क्रॉस पर सटीक हेडर लगाने से चूक गए। नियत समय तक परिणाम बराबरी रहने के बाद रेफरी ने 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया। अतिरिक्त समय में ईस्ट बंगाल ने टीएफए को बैकफुट पर धकेल दिया। स्थिति यह रही कि अधिकतर समय गेंद टीएफए के पेनाल्टी बॉक्स के इर्द-गिर्द ही घूमती रही। ऐसे में टीएफए के खिलाड़ी आक्रमण के बजाए बचाव की मुद्रा में आ गए। अंतत: ईस्ट बंगाल को सफलता मिल ही गई, जब 114वें मिनट में लेफ्ट बैक गुरमुख सिंह ने शानदार गोल कर दिया। 2-1 से पिछड़ने के बाद टीएफए के हौसले पस्त हो गए थे। ईस्ट बंगाल के जांबाजों ने इसी का फायदा उठाया। 121 वें मिनट में दीप साहा व 122वें मिनट में झंटू प्रसाद ने गोल कर ईस्ट बंगाल को 4-1 से जीत दिला दी।