डुमरिया कस्तूरबा विद्यालय की गायब हो गई चार एकड़ भूमि Jamshedpur News
पूर्वी सिंहभूम जिले में सरकारी स्कूलों की जमीन गायब करने का गोरखधंधा बदस्तूर जारी है। हर दिन यहां एक नई कहानी सामने आ रही है।
जमशेदपुर, वेंकटेश्वर राव। पूर्वी सिंहभूम जिले में सरकारी स्कूलों की जमीन गायब करने का गोरखधंधा बदस्तूर जारी है। हर दिन यहां एक नई कहानी सामने आ रही है। पता चला है कि डुमरिया प्रखंड में भी कस्तूरबा गांधी आवासी बालिका विद्यालय की जमीन भी गायब हो गई है।
सरकार से इस विद्यालय को पांच एकड़ जमीन मिली, लेकिन जब जमीन पर निर्माण प्रक्रिया शुरू हुई तो पता चला कि अंचल पदाधिकारी ने चार एकड़ जमीन किसी और के नाम बंदोबस्त कर दी है। मौजा हाड़दा स्थित इस स्कूल को राज्य सरकार के भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग से दस जून 2009 को ज्ञापांक 55 के तहत पांच एकड़ जमीन आवंटित की गई थी। वर्ष 2010 में विद्यालय बनने की प्रक्रिया शुरू हुई। तब इस सच्चाई का पता चला। चार एकड़ जमीन नहीं मिल पाने के कारण बच्चियों का यह स्कूल एक एकड़ जमीन में ही सिमट कर रह गया। योजना के अनुरूप यहां कई अन्य चीजों के निर्माण पर ग्रहण लग गया। उधर, परेशान करने वाली बात यह है कि इस गोरखधंधे की कभी जांच नहीं कराई गई। किसी जिम्मेदार अधिकारी ने यह पता करने की कोशिश नहीं की कि स्कूल को राज्य सरकार से आवंटित जमीन क्यों नहीं मिली।
छात्राओं के खेलने तक के लिए नहीं है मैदान
डुमरिया कस्तूरबा विद्यालय में लगभग 500 छात्राएं अध्ययनरत हैं। जमीन नहीं होने के कारण छात्राएं खेल नहीं पाती हैं। बस किसी तरह यहां रह रही हैं। स्कूल की शिक्षिकाओं के लिए अलग से आवास नहीं बन पा रहा है। यहां तक की इस स्कूल की घेराबंदी भी नहीं हो पा रही है।