ड्राइवलाइंस की कार्यप्रणाली पर अभय ने उठाए सवाल
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : देश में भारी वाहन निर्माता कंपनी, टाटा मोटर्स में संचालित टीए
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : देश में भारी वाहन निर्माता कंपनी, टाटा मोटर्स में संचालित टीएमएल एंड ड्राइवलाइंस यूनियन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाएं हैं। विपक्ष के नेता अभय सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यूनियन नेतृत्व पर यह सवाल उठाएं हैं। अभय फिलहाल टाटा मोटर्स में अपने बागी तेवर के कारण चार्जशीट सस्पेंड हैं।
बकौल अभय सिंह, टाटा मोटर्स देश की प्रतिष्ठित नैतिक कंपनियों में से एक है। इसके बावजूद यहां प्रबंधन के सामने अनैतिक कार्य हो रहे हैं। असंवैधानिक तरीके से संविधान संशोधन कराया जाता है जिसका मामला अब भी कोर्ट में विचाराधीन है। वहीं, कंपनी में पिछले माह हुए ग्रेड रिवीजन और बोनस समझौते पर सभी यूनियन पदाधिकारियों ने अध्यक्ष व महामंत्री के नाते नहीं बल्कि मजदूर प्रतिनिधि के तौर पर हस्ताक्षर किया। ऐसे में यूनियन नेतृत्व की मंजूरी से प्रबंधन के साथ जो ज्वाइंट कमेटी बनी है वह कितनी सहीं है? असंवैधानिक तरीके से तैयार ऐसी कमेटियां क्या संवैधानिक तरीके से कर्मचारियों का भला कर पाएगी? वहीं दूसरी ओर ड्राइव लाइंस यूनियन महामंत्री आरके सिंह ने पूरे मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
कौन है संतोष सिंह : ट्रेड यूनियन की राजनीति में कंपनी का कर्मचारी होने पर ही उसे यूनियन की प्राथमिक सदस्यता मिलती है, लेकिन टीएमएल एंड ड्राइव लाइन में खुद को प्रवक्ता बताने वाले संतोष सिंह जनवरी 2018 में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसके बावजूद वे प्रवक्ता के पद पर आसीन हैं। यूनियन की सभी बैठकों और गतिविधियों में शामिल होते हैं? अभय ने सवाल उठाया कि यह राजतंत्र है या प्रजातंत्र? जहां नियम नहीं बल्कि मनमर्जी को सर्वोपरि माना जा रहा है।