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Draupadi Murmu : राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू की ऐसी रही सुबह, देखिए कितना साधारण है उनका घर

President Election द्रौपदी मुर्मू ने कहा - एक आदिवासी महिला को अपना उम्मीदवार बना कर भाजपा ने अपनी नीति स्पष्ट कर दी है। अभी मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगी। मुझे टीवी के माध्यम से इसकी सूचना मिली है।

By Sanam SinghEdited By: Published: Wed, 22 Jun 2022 09:58 AM (IST)Updated: Wed, 22 Jun 2022 11:37 AM (IST)
Draupadi Murmu : राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू की ऐसी रही सुबह, देखिए कितना साधारण है उनका घर
Draupadi Murmu News : ओडिशा के रायरंगपुर में जाहेरथान पूजा करने जाती द्रौपदी मुर्मू

जमशेदपुर। झारखंड से सटे ओडिशा के मयूरभंज के लोगों में काफी खुशी है, क्योंकि उनकी नेता राष्ट्रपति बनने जा रही है। द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारी घोषणा के बाद द्रौपदी मुर्मू अपने घर माहूलडीहा से निकल कर संताली आदिवासी के पूजा स्थल जाहेरथान देशावली में पूजा की है।

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संताली आदिवासी के पूजा स्थल जाहेरथान झाड़ू लगाते हुई एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू

घर में बधाई देने वालों की भीड़

इसके बाद आवास पहुंचने पर मुर्मू से मिलने के लिए आस-पड़ोस के लोगों का तांता लगा रहा। शालीन स्वभाव की मुर्मू सभी के साथ शालीनता से मिलते हुए बधाई ली और लोगों का अभिनंदन स्वीकार किया। उनके आवास पर मिलने वालों का लंबा कतार देखने को मिला। जिसको कंट्रोल करने के लिए वीआईपी सुरक्षा गार्ड सीआरपीएफ समेत स्थानीय पुलिस प्रशासन लगे हुए थे।

द्रौपदी मुर्मू के घर के बाहर भीड़

द्रौपदी मुर्मू ने कहा -यह खबर मेरे लिए पूरी तरह से अप्रत्याशित है। एक आदिवासी महिला को अपना उम्मीदवार बना कर भाजपा ने अपनी नीति स्पष्ट कर दिया है।अभी इस मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगी। दैनिक जागरण से बात करती हुए उन्होंने कहा- अभी रांची नहीं जाना हैऔपचारिक तौर पर अभी नहीं मिली जानकारी। जल्द जाएंगी दिल्ली। नामांकन के बाद करूंगी विस्तृत बात।राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के बाद उन्हें बधाई देने के लिए उनके घर पर लोगों का ताता लगा हुआ है।

ओडिशा के मयूरभंज जिले रायरंगपुर शहर में द्रौपदी मुर्मू का घर

झारखंड में छह साल से अधिक अवधि‍ तक रहीं राज्‍यपाल

झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बननेवाली द्रौपदी मुर्मू का झारखंड में छह साल एक माह अठारह दिनों का कार्यकाल रहा। वे इस दाैरान विवादों से बेहद दूर रहीं। बतौर कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने कार्यकाल में झारखंड के विश्वविद्यालयों के लिए चांसलर पोर्टल शुरू कराया। इसके जरिये सभी विश्वविद्यालयों के कॉलेजों के लिए एक साथ छात्रों का ऑनलाइन नामांकन शुरू कराया। विश्वविद्यालयों में यह नया और पहला प्रयास था, जिसका लाभ सीधे विद्यार्थियों को मिला। उन्होंने राज्‍य सरकार के कई विधेयकों को लौटाने का साहसिक निर्णय भी लिया। भाजपा की रघुवर दास सरकार में द्रौपदी मूर्मू ने सीएनटी-एसपीटी संशोधन विधेयक सहित कई विधेयकों को सरकार को वापस लौटाने का कड़ा कदम उठाया। हेमंत सोरेन की सरकार में भी द्रौपदी मूर्मू ने कई आपत्तियों के साथ जनजातीय परामर्शदातृ समिति के गठन से संबंधित फाइल लौटाई।

एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का मयूभंज जिले के रायरंगपुर थाने के ऊपरबेड़ा गांव में पैतृक घर


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