एनआइटी के डा. सुनील ने कोरोना पर किया गणीतिय अनुसंधान
इस कोरोना महामारी के दौरान वैज्ञानिक अपने स्तर पर अनुसंधान कार्य जारी रखा है। इसी क्रम में एनआइटी जमशेदपुर के गणित विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष डा. सुनील कुमार ने अजमान यूनिवर्सिटी यूएई के एक प्रोफेसर के साथ मिलकर एक रिसर्च प्रोजेक्ट पर कार्य किया।
जासं, जमशेदपुर : इस कोरोना महामारी के दौरान विश्व के बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने इस महामारी से निजात पाने के लिए अपने स्तर पर अनुसंधान कार्य जारी रखा है। इसी क्रम में एनआइटी जमशेदपुर के गणित विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष डा. सुनील कुमार ने अजमान यूनिवर्सिटी यूएई के एक प्रोफेसर के साथ मिलकर एक रिसर्च प्रोजेक्ट पर कार्य किया।
इस अनुसंधान के दौरान उन्होंने कोविड-19 का एक मैथमेटिकल माडल बनाया। यह माडल बिल्कुल उसी तरह है जैसे एड्स एवं मलेरिया की रोकथाम के लिए अनुसंधान किया था। इसमें कोविड-19 के प्रकोप व घटते स्तर पर ग्राफ के सहारे अनुसंधान किया गया। इससे कोविड-19 की गति को आसानी से रोका जा सकता है। इस अनुसंधान को डा. सुनील ने तीन अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय जनरल में प्रकाशित भी किया है।
डा. सुनील की इस उपलब्धि को एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रोफेसर केके शुक्ल द्वारा केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पाोखरियार निशंक को अवगत कराया गया है।। इस काम के लिए मंत्री ने डा. सुनील की सराहना की तथा कहा कि ऐसे प्रोजेक्ट से विश्व पटल पर कोरोना महामारी रुकने में कामयाब हो पाएगी।
हाल ही इंटरनेशनल क्रेडिंग एजेंसी (स्टैनफोड यूनिवर्सिटी अमेरिका) द्वारा विश्व भर के वैज्ञानिकों द्वारा प्रकाशित किए जा रहे शोध पत्रों पर किए गए सर्वे के आधार पर वर्ष 2020 में डा. सुनील कुमार का नाम शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में आया है। यह एनआइटी जमशेदपुर के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। डा. सुनील अब तक 135 से अधिक शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय जनरल में प्रकाशित कर चुके हैं।