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Coronavirus Alert : कोरोना से डरे नहीं, 95 फीसद ठीक होने का चांस, बस बरतें सतर्कता Jamshedpur News

Coronavirus Alert . कोरोना का संक्रमण होने पर 95 फीसद ठीक होने के चांस है। नया वायरस होने के कारण इसकी सटीक दवा अभी तक नहीं बन सकी है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 10 Apr 2020 10:34 PM (IST)Updated: Sat, 11 Apr 2020 08:54 AM (IST)
Coronavirus Alert :  कोरोना से डरे नहीं, 95 फीसद  ठीक होने का चांस, बस बरतें सतर्कता Jamshedpur News
Coronavirus Alert : कोरोना से डरे नहीं, 95 फीसद ठीक होने का चांस, बस बरतें सतर्कता Jamshedpur News

जमशेदपुर ,जासं।  Coronavirus Alert वैश्विक महामरी बने कोरोना को लेकर अधिक भयभीत होने की जरूरत नहीं है। इससे बचने के लिए लोगों को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। कोरोना का संक्रमण होने पर 95 फीसद  ठीक होने के चांस है। नया वायरस होने के कारण इसकी सटीक दवा अभी तक नहीं बन सकी है। लेकिन भारत में मलेरिया में दी जानेवाली  दवा के साथ एंटी वायरल ड्रग से काफी फायदा मिल रहा है। ये बातें महात्मा गांधी मेमोरियल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल सह माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष सह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एसी अखौरी ने कहीं। 

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शुक्रवार को दैनिक जागरण के पाठकों के सवालों का जबाव देते हुए उन्होंने कहा कि लापरवाही की वजह से कोरोना वैश्विक महामारी बन गई है। यह आरएनए ग्रुप का वायरस है। इसको लेकर लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। देश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लाकडाउन किया गया है। लेकिन लोग लाकडाउन का भी पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में आगे चल कर यह भयावह रूप ले लेगा। भारत में कोरोना अभी दूसरे स्टेज में ही है। जरा सी लापरवाही से तीसरे स्टेज पर पहुंचते ही विकराल रूप ले सकता है। इसको लेकर सभी को सचेत होकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करना होगा। बेवजह घर से नहीं निकला होगा।

यह जरूरी कि लॉकडाउन का कितना कर रहे पालन

नया वायरस होने के कारण अलग-अलग तापमान पर कोरोना का प्रभाव कैसा होगा इसकी सटीक जानकारी अबतक पता नहीं चल पाई  है। डॉ. एसी अखौरी ने बताया कि तापमान बढ़ने पर कोरोना का प्रभाव घटेगा, यह प्रमाणित नहीं हुआ है। वैसे अधिक तापमान पर वायरस का प्रभाव थोड़ा कम होता है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लाकडाउन की अवधि बढ़ रही है या नहीं यह जरूरी नहीं। जरूरी यह है कि लोग लाकडाउन का पालन कितना कर रहे हैं। इस दौरान बाजार, राशन व भोजन वितरण स्थल या दुकानों में शारीरिक दूरी का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं। कोरोना को हराने के लिए सभी को अपने परिवार और समाज को सुरक्षित रखने के लिए जिम्मेदार बनना होगा। लाकडाउन के तहत शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित करना होगा। डॉ. अखौरी ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रभाव से बचने के लिए लोगों  को लाकडाउन के सारे नियमों को कड़ाई से पालन करना होगा। कम से कम तीन फीट की दूरी पर रहें। उन्होंने कहा कि ऐसे दौर में भोजन व राशन का वितरण अच्छी बात है, लेकिन भीड़ एकत्रित करना ठीक नहीं। राशन व भोजन बांटे, बशर्ते कि लोग शारीरिक दूरी बनाए रखें।

घर पर ही रहने की जरूरत 

कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए लोगों को घर पर ही सुरक्षित रहने की जरूरत है। ऐसे में अगर सर्दी, खांसी होता है तो सावधानी बरतें, चिकित्सक से सलाह लेकर उचित दवाई ले और अपने को परिवार के अन्य सदस्यों से अलग रखें। शूगर या अन्य बीमारी वाले लोग कोरोना को लेकर अधिक भयभीत हैं। उन्हें भयभीत होने की जरूरत नहीं बल्कि सचेत रहने की जरूरत है। सावधानी बरतना होगा।

इन्होंने किया फोन 

दैनिक जागरण के प्रसिद्ध कार्यक्रम प्रश्न प्रहर में फोन के माध्यम से कोरोना को लेकर अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए शुक्रवार को पूरे कोल्हान से फोन आए। सबसे पहला फोन बड़ा जामदा के निपा चक्रवर्ती ने किया। इसके बाद केसरगडिया, राजनगर से प्रताप सिंह, टेल्को से जितेंद्र शर्मा, बारीडीह से गणेश महतो, मानगो से सुचांद महतो, कदमा से पापाई चक्रवर्ती, साकची से बुबाई बोस, मनोज कुमार, शीला शर्मा, सीतारामडेरा से तरुण पाल, केशव उरांव, राजेश कांडेयोंग आदि शामिल हैं।


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