अपडेट रहें चिकित्सक ताकि बच सके नवजात की जान Jamshedpur News
मुख्य वक्ता डॉ. बिजान साहा ने कहा कि नवजात बच्चों को होने वाली इंफेक्शन का पता अब आसानी से लगाया जा सकता है। ब्लड टेस्ट का नया तकनीक से तीन से पांच दिनों में रिपोर्ट आ जाती है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। बदलते वक्त में डॉक्टरों को भी तेजी से अपडेट होने की जरूरत है। चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिल रहा है।
उक्त बातें रविवार को कोलकाता से आए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बिजान साहा ने कहीं। इंडियन एकेडमिक ऑफ पिडियाट्रिक्स (आईएपी) की ओर से साकची स्थित एक होटल में सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन शहर की प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बीआर मास्टर, डॉ. केके चौधरी, डॉ. सुधीर मिश्रा, डॉ. जॉय भादुड़ी सहित एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया।
मुख्य वक्ता डॉ. बिजान साहा ने कहा कि नवजात बच्चों को होने वाली इंफेक्शन का पता अब आसानी से लगाया जा सकता है। ब्लड टेस्ट का नया तकनीक से तीन से पांच दिनों में रिपोर्ट आ जाती है। इस तकनीक से सभी चिकित्सकों को अवगत होना चाहिए। ताकि बीमारी की पहचान के साथ-साथ उसका इलाज सही समय पर शुरू हो सकें और मरीज की जान बच सकें।
बच्चों की होने वाली मौत का एक मुख्य कारण इंफेक्शन है। इससे पूर्व टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) के डॉ. अभिषेक शर्मा, डॉ. प्रमिला, डॉ. निलांजन, टाटा मोटर्स के डॉ. निशांत कुमार व डॉ. गजला ने टीएमएच प्रेक्षागृह में पेपर प्रस्तुत किया। इसके बाद कुल दस सत्र का आयोजन किया गया। इसमें डॉक्टरों ने शिशु रोग से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा किया।
वहीं शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डॉ. स्मृति नाथ, डॉ. लूकटुके, डॉ. मिथलेश कुमार, डॉ. आरके अग्रवाल, डॉ. बीआर मास्टर, डॉ. अखौरी मिंटू सिन्हा, डॉ. शुभोजित बनर्जी, डॉ. एसपी झा, डॉ. आशित मिश्रा सहित अन्य डॉक्टर उपस्थित थे।