Jharkhand के एमजीएम अस्पताल के डॉक्टर अमित कुमार सिंह ने खुद को गोली मारी, एक माह पूर्व हुई थी सगाई
जमशेदपुर से सटे आदित्यपुर से एक बडी खबर है। यहां एक डाॅक्टर ने खुद को गोली मार ली। डाॅक्टर को तत्काल जमशेदपुर के टीएमएच में भर्ती कराया गया है। डाॅक्टर उनके इलाज में जुटे हैं। डाॅक्टर अमित जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में तैनात थे।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के जूनियर डॉ. अमित कुमार सिंह ने गुरुवार के आदित्यपुर स्थित आवास में खुद को गोली मार ली। घटना लगभग 10.30 बजे की है। उनकी स्थि ति गंभीर बनी हुई है। फिलहाल उनका इलाज टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) के सीसीयू में चल रहा है। डॉ. अमित की डेढ़ माह पूर्व ही बिष्टुपुर के एक होटल में सगाई हुई थी। 21 नवंबर को शादी होने वाली थी।
डॉ. अमित की शादी बिहार के समस्तीपुर में तय हुई है। बताया जाता है कि डॉ. अमित ने अपने बड़े भाई संदीप के लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारी है। गोली क्यों मारी यह जांच का विषय है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है। घटना की जानकारी मिलने पर टीएमएच में आदित्यपुर निवासी पूर्व विधायक अरविंद सिंह व शंभू सिंह, आदित्यपुर नगर निगम के डिप्टी मेयर बॉबी सिंह, भाजपा नेता बबलू सिंह सहित कई लोग अस्पताल पहुंचे।
गोली क्यों मारी, पुलिस कर रही जांच
डॉ. अमित ने खुद को गोली क्यों मारी, इस बिंदु पर पुलिस जांच कर रही है। हालांकि, कई तरह की बात सामने आ रही है। फिलहाल कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगी। घटना की जानकारी मिलने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के पूर्व सचिव डॉ. मृत्युंजय सिंह ने दुख व्यक्त किया है।
ड्यूटी जाने के लिए हो रहे थे तैयार
घटना के समय आदित्यपुर स्थित एस टाइप निवास पर डा अमित ऊपरी तल के कमरे में थे। अमित के चाचा नीचे के कमरे में, बड़ा भाई बाथरूम और मां नीचे थी। अचानक गोली की आवाज सुनकर सभी ऊपरी तल पर भागे। डा. अमित अपने कमरे में गिरे हुए थे। आनन-फानन उन्हें परिवार व पड़ोसी पार्षद सुधीर की मदद से टीएमएच में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति नाजूक बनी हुई है।
डा. अमित आदित्यपुर स्थित कल्पनापुरी बसानेवाले जमीन कारोबारी स्व. अरविंद सिंह के पुत्र हैं। मामले की सूचना मिलने के बाद आदित्यपुर पुलिस ने रिवाल्वर जब्त कर लिया है। स्वजनों से घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है। हालांकि अबतक आत्महत्या के इस प्रयास के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
घटना से एमजीएम के चिकित्सक भी स्तब्ध
डॉ. अमित ने कर्नाटक से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी। इसके बाद वर्ष 2018 में एमजीएम अस्पताल से इंटर्नशिप किया, जहां जून 2019 में जूनियर डॉक्टर के पद पर मेडिसिन विभाग में सेवा दे रहे हैं। सात जून 2022 को मेडिकल ऑफिसर बनना संभावित था।
डॉ. अमित बुधवार को ड्यूटी पर अस्पताल आए थे। सीनियर व जूनियर चिकित्सकों से मिले, तो मरीजों का इलाज भी किया। घटना की जानकारी से एमजीएम के चिकित्सक स्तब्ध हैं। किसी को समझ में नहीं रहा है कि कल तक उनके व्यवहार से यह लगा ही नहीं कि उनके जीवन में कुछ भी असामान्य था। वह सीनियर डाक्टरों से भी हंसी-मजाक कर लेते थे। वह जुगसलाई स्थित राजस्थान सेवा सदन में भी मरीजों का इलाज करते थे।