विदाई समारोह को लेकर टीएसपीडीएल यूनियन दो फाड़ Jamshedpur News
टीएसपीडीएल यूनियन विदाई समारोह को लेकर दो फाड़ हो गया है। यूनियन की बैठक में गुटबाजी की वजह से कोई निर्णय नहीं हुआ।
जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील प्रोसेसिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीएसपीडीएल) के वरीय महाप्रबंधक (आईआर-एचआर) पीके साहु के विदाई समारोह को लेकर यूनियन में दो फाड़ हो गया है। टीएसपीडीएल इम्पलाइज यूनियन की बैठक अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय की अध्यक्षता में हुई जिसमें विदाई समारोह पर यूनियन में गुटबाजी दिखी।
यूनियन एक पक्ष 28 अगस्त को जहां भव्य तरीके से पीके साहु को विदाई देना चाहता है वहीं दूसरा पक्ष का कहना है कि नई परंपरा की शुरुआत करना गलत है, मजदूरों के पैसे से किसी कर्मचारी को विदाई दी जाए न कि किसी अधिकारी को। इस मामले को लेकर यूनियन में दो खेमा बन गया है। यूनियन महामंत्री के समर्थक कर्मचारियों के चंदे के पैसे से पीके साहु को विदाई देना चाहता है वहीं पूर्व महामंत्री त्रिदेव सिंह के समर्थक इसका विरोध कर रहे हैं। इनके समर्थकों का कहना है कि विदाई समारोह में ग्रेड के एरियर का 1000 से 1300 रुपये प्रति कर्मचारी बर्बाद हो रहा है। दूसरी ओर अधिकारी जब कर्मचारी को विदाई नहीं देते हैं तो कर्मचारी उन्हें क्यों देंगे।
नहीं निकल सका कोई निर्णय
इस मामले को लेकर बैठक में घंटो मशक्कत हुई लेकिन निष्कर्ष नहीं निकला। यूनियन अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय ने आपसी मेल-मिलाप से रास्ता निकालने की सलाह दी। त्रिदेव सिंह का कहना था कि मजदूरों के पैसे का दुरुपयोग नहीं हो, आम सहमति से काम किया जाए। बैठक में अमनजी, अनिस झा, त्रिदेव सिंह, शशिभूषण, रमेश चौधरी, सच्चिदानंद, एसबी राणा, रंजन आदि उपस्थित थे।
क्या है विवाद का कारण
टीएसपीडीएल यूनियन में आपसी विवाद का प्रमुख कारण यूनियन चंदे में इजाफा होना है। पूर्व में यूनियन का चंदा 25 रुपये प्रतिमाह था उसे एक खेमा अधिक से अधिक दोगुना 50 रुपये करने के पक्ष में था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ ग्रेड रिवीजन के साथ यूनियन का सत्ता पक्ष उसे बढ़ाकर प्रतिमाह 80 रुपये तक कर दिया है। 22 महीने विलंब से ग्रेड रिवीजन हुआ है इस प्रकार ग्रेड के एरियर के साथ ही यूनियन का चंदा काटा गया है जो प्रति कर्मचारी 1000-1300 रुपये हुआ है।