स्क्रीन पर दिखेगा भू-गर्भ जलस्तर, खोदे जाएंगे 118 डिजिटल पीजोमीट्रिक कुएं
पूर्वी सिंहभूम जिले में सात डिजिटल कुएं खोदे जाएंगे। इसके लिए सात प्रखंड मुख्यालयों में जमीन चिन्हित कर ली गई है।
जमशेदपुर (मुजतबा हैदर रिजवी)। जल संसाधन विभाग प्रदेश में 118 डिजिटल पीजोमेट्रिक कुएं खोदेगा। इन कुओं की खोदाई पर 60 करोड़ रुपये खर्च होंगे। केंद्रीय जल संसाधन विभाग ने 60 करोड़ रुपये की रकम राज्य जल संसाधन विभाग को भेज दी है। पूर्वी सिंहभूम जिले में सात डिजिटल कुएं खोदे जाएंगे। इसके लिए सात प्रखंड मुख्यालयों में जमीन चिन्हित कर ली गई है। जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव सुखदेव सिंह ने पत्र लिख कर जिला प्रशासन को पत्र लिख कर योजना की विस्तार से जानकारी दी है। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अशोक राम के नेतृत्व में इंजीनियरों की रांची से आई टीम ने जिले में सात स्थानों पर सर्वे किया।
इन डिजिटल कुओं में भू-गर्भ जल स्तर मापने के लिए डिजिटल वाटर लेवल रिकार्डर लगाया जाएगा। ये डिजिटल कुएं राज्य एवं जिला मुख्यालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सर्वर से जोड़े जाएंगे जहां स्क्रीन पर विभिन्न कुओं का अलग-अलग भू-गर्भ जल स्तर नजर आएगा। इन्हीं भू-गर्भ जल स्तर का अध्ययन करने के बाद सरकार संबंधित इलाके में पेयजल व्यवस्था का इंतजाम करेगी। जल संसाधन विभाग राज्य के सभी 12 जिलों के प्रखंड मुख्यालयों में ये कुएं खोदेगा। ये कुएं सेंट्रल सेक्टर प्लान स्कीम्स के तहत चल रहे नेशनल हाईड्रोलॉजी प्रोजेक्ट के तहत खोदे जाएंगे ताकि इन इलाकों में भू-गर्भ जल स्तर पर निगाह रखी जा सके।
लिया गया मिट्टी का नमूना
इस दौरान टीम ने जिले के पोटका, धालभूमगढ़, घाटशिला, डुमरिया, बहरागोड़ा और गुड़ाबांधा, जमशेदपुर के प्रखंड मुख्यालयों में जाकर उस स्थल का निरीक्षण किया जहां पीजोमीट्रिक डिजिटल कुएं बनाए जाने हैं। यहां की मिट्टी का नमूना लिया गया। टीम इसके पहले चाईबासा और सरायकेला से मिट्टी के नमूने ले चुकी है। मुख्य अभियंता ने बताया कि मिट्टी के नमूने की जांच के बाद कुओं का डीपीआर तैयार होगा।
कोल्हान में 12 कुएं खोदे जाएंगे
कोल्हान में 12 कुएं खोदे जाएंगे। पश्चिम सिंहभूम को इस योजना में अगले चरण में शामिल किया जाएगा। डिजिटल कुएं खोदने का काम जून 2019 तक पूरा हो जाना है। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अशोक राम ने जिला प्रशासन को पत्र लिख कर प्रखंड मुख्यालयों में कुआं खोदने के लिए एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) मांगी है।
इन जिलों में खोदे जाएंगे डिजिटल कुएं
पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, रांची, हजारीबाग, धनबाद, रामगढ़, गढ़वा, बोकारो, पलामू, साहेबगंज, गोड्डा और लोहरदगा।
कोल्हान में यहां खोदे जाएंगे डिजिटल कुएं
-पूर्वी सिंहभूम : पोटका, धालभूमगढ़, घाटशिला, डुमरिया, बहरागोड़ा और गुड़ाबांधा, जमशेदपुर।
-सरायकेला : नीमडीह, किकरू, चांडिल, सरायकेला और कुचाई।