वैक्सीन का दूसरा डोज लिया ही नहीं, थमा दिया सर्टिफिकेट
कोविड 19 का टीकाकरण ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से पारुलिया गांव निवासी 49 वर्षीय किशोर महाकुड़ दुसरी डोज लेने से बंचित रह गया है। वह शुक्रवार को कोविशिल्ड का दुसरी डोज लेने के लिए डुमरिया मध्य विद्यालय स्थित टीकाकरण केंद्र पहुंचा था।
संसू, डुमरिया : कोविड 19 का टीकाकरण ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से पारुलिया गांव निवासी 49 वर्षीय किशोर महाकुड़ दुसरी डोज लेने से बंचित रह गया है। वह शुक्रवार को कोविशिल्ड का दुसरी डोज लेने के लिए डुमरिया मध्य विद्यालय स्थित टीकाकरण केंद्र पहुंचा था। वहां कर्मचारियों ने उसे यह कह कर लौटा दिया कि आपने 18 सितंबर को दूसरी डोज ले लिया है। कर्मचारियों ने दूसरी डोज का सर्टिफिकेट भी निकाल कर दिया। जिसमे पारुलिया पंचायत भवन में सुलमित मुंडु के द्वारा टीका दिया गया है। किशोर महाकुड़ ने बताया कि वह दुसरी डोज लिया ही नहीं है। पहली डोज के बाद कभी टीकाकरण केंद्र में गया ही नहीं है। किशोर महाकुड़ बढ़ई का काम करता है। डुमरिया मध्य विद्यालय के बगल मे ही कई दिनों से काम कर रहा है। शुक्रवार को उसे दूसरी डोज लेना था। इस तरह की लापरवाही जांच का विषय तो है। परंतु जीवन रक्षक टीका दिलाने मे स्वास्थ्य कर्मीयों की इस नादानी का परिणाम अब किशोर महाकुड़ को ही भुगतना होगा। सड़क निर्माण कराने की मांग को ले ग्वाला बस्ती के लोगों ने किया प्रदर्शन : चारचक्का ग्वाला बस्ती के लोगों ने वन भूमि पर बस्ती तक जाने के लिए पक्की सड़क निर्माण की स्वीकृति देने की मांग की है। इसके लिए वन अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी किया जा चुका है लेकिन स्वीकृति नहीं मिलने के कारण पक्की सड़क नहीं बन पा रही है। ग्वाला बस्ती के लोगों ने सड़क पर खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि लगभग 40 वर्षों से 25 परिवार ग्वाला बस्ती में रहते हैं। मुख्य सड़क तक आने के लिए एकमात्र रास्ता वन भूमि से होकर है जो लगभग 400 मीटर दूर मुख्य सड़क से मिलता है। बरसात के दिनों में यह रास्ता कीचड़मय हो जाने के कारण आवागमन में काफी कठिनाई होती है। बस्ती में ही खटाल होने के कारण काफी संख्या में लोग दूध लेने यहां आते हैं। उन्होंने मांग की कि वन विभाग लगभग 400 मीटर रास्ते के लिए वन भूमि पर पक्की सड़क बनाने की स्वीकृति प्रदान करें। इस मौके पर मुखिया बिलासी सिंह, कल्पना साव, गीता रानी कर, चाइना साव, बेबी रानी महतो, जेबा बेगम, गुलापी कर, अशोक मंडल, सुकुमार पाल आदि उपस्थित थे।