गाछे कटहल ओठे तेल, देखो एयरपोर्ट का खेल, जानिए यहां हवाई अड्डा से जुड़ी हकीकत Jamshedpur News
Dhalbhumgarh Airport Colony. भले ही झारखंड के धालभूमगढ में एयरपोर्ट निर्माण अभी दूर की कौड़ी बनी हुई है पर एयरपोर्ट के नाम पर कॉलोनी का नामकरण कर दिया गया है।
चाकुलिया (पूर्वी सिंहभूम), पंकज मिश्रा। गाछे कटहल ओठे तेल, देखो-देखो एयरपोर्ट का खेल! जी हां, पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत धालभूमगढ़ में बनने वाले एयरपोर्ट के मामले में यही बात चरितार्थ हो रही है। भले ही यहां एयरपोर्ट निर्माण अभी दूर की कौड़ी बनी हुई है पर एयरपोर्ट के नाम पर कॉलोनी का नामकरण कर दिया गया है।
विदित हो कि गत वर्ष 24 जनवरी 2019 को प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा एवं सांसद विद्युत वरण महतो ने बड़े तामझाम के साथ धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया था। तब कहा गया था कि एयरपोर्ट के लिए 100 करोड़ रुपए स्वीकृत हो चुके हैं तथा बहुत जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। लेकिन 13 महीने बीतने के बावजूद एयरपोर्ट की एक ईंट तक नहीं जुड़ी सकी है। हालांकि बीते विधानसभा चुनाव के पूर्व तत्कालीन सीएम रघुवर दास ने हर हाल में अक्टूबर महीने से एयरपोर्ट का काम चालू करने की घोषणा की थी, लेकिन वह घोषणा भी हवा हवाई साबित हो गई।
एलीफेंट कॉरिडोर का पेंच
फिलहाल जो स्थिति है उसमें एयरपोर्ट का सपना साकार होना मुश्किल ही प्रतीत हो रहा है क्योंकि इस मामले में कई प्रकार के पेंच सामने आ रहे हैं। चर्चा है कि वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की एक उच्च स्तरीय कमेटी ने धालभूमगढ़ को एलीफेंट कॉरिडोर का क्षेत्र बताते हुए एयरपोर्ट निर्माण पर आपत्ति जताई है। वन विभाग से अभी तक क्लीयरेंस नहीं मिल पाया है जिसके चलते या परियोजना अधर में लटकती नजर आ रही है। राज्य में सत्ता परिवर्तन का असर भी इस पर दिखाई पड़ रहा है। हालांकि सांसद विद्युत वरण महतो अभी भी एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर आशान्वित हैं तथा इसके लिए प्रयासरत है।
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