Move to Jagran APP

Tata steel के एमडी टीवी नरेंद्रन बोले, हेमंत सरकार से विकास की उम्मीदें

टाटा स्‍टील के एमडी नरेंद्रन ने झारखंड में गठित हेमंत सोरेन की नई सरकार से उम्मीद जताई है कि राज्य में विकास होते रहना चाहिए। इससे स्टील की डिमांड भी बढ़ेगी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 02 Jan 2020 10:58 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jan 2020 10:58 AM (IST)
Tata steel के एमडी टीवी नरेंद्रन बोले, हेमंत सरकार से विकास की उम्मीदें
Tata steel के एमडी टीवी नरेंद्रन बोले, हेमंत सरकार से विकास की उम्मीदें

जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील कंपनी के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने झारखंड में गठित हेमंत सोरेन की नई सरकार से उम्मीद जताई है कि राज्य में विकास होते रहना चाहिए। इससे स्टील की डिमांड भी बढ़ेगी। उन्होंने माना कि वर्ष 2019 में अप्रैल से अक्टूबर तक का समय स्टील इंडस्ट्री के लिए चुनौती भरा रहा। बावजूद टाटा स्टील ने कभी भी स्लो डाउन नहीं लिया।

loksabha election banner

उन्‍होंने कहा कि स्टील की कीमत में प्रति टन 10 हजार तक की गिरावट आई। बावजूद हमने टाटा समूह के संस्थापक जेएन टाटा के सपनों के शहर जमशेदपुर में निवेश जारी रखा। कहा कि कंपनी का स्लोगन है कि हम कल भी बनाते हैं। इसी प्रेरणा लेकर कंपनी और कर्मचारियों को 'फ्यूचर रेडी' रहने की जरूरत है। वे नववर्ष पर अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे।

दिए तीन मंत्र
नरेंद्रन ने फ्यूचर रेडी के संबंध में तीन मंत्र दिए। पहला, भविष्य की जरूरत के आधार पर कंपनी को पहले से तैयार रखना। दूसरा, कंपनी मुनाफा करे तभी बदलाव की ओर आगे बढऩा। तीसरा, बदलाव को स्वीकार करते हुए कर्मचारियों को नई टेक्नोलॉजी आत्मसात करते हुए काम करना। नरेंद्रन ने कहा कि इसके लिए हमें ऐसी संस्कृति विकसित करनी होगी। उन्होंने कहा कि हमें अपने शेयरधारकों का भी ख्याल रखना होगा, क्योंकि उनकी शिकायत रहती है कि करोड़ों की कंपनी का शेयर वैल्यू बहुत कम है। इसलिए हमें इस दिशा में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। 
कॉस्ट ऑफ डूइंग बिजनेस पर भी ध्यान दे सरकार
नरेंद्रन ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ केंद्र और राज्य सरकार कॉस्ट ऑफ डूइंग बिजनेस पर भी ध्यान दें। टाटा स्टील सहित कोई भी कंपनी उत्पादन लागत में तो कमी ला सकती है लेकिन, कास्ट ऑफ डूइंग बिजनेस सहित बाहरी तत्वों पर कंपनी की पकड़ नहीं होती है। कॉस्ट ऑफ डूइंग बिजनेस की लागत कंपनी द्वारा किए गए खर्चों को संदर्भित करता है। व्यापार करने की लागत कई प्रकार के कारकों पर निर्भर करती है। इसमें माल और सेवाओं की लागत इनपुट, किसी भी विनियम के अनुपालन की लागत, उधार ली गई धनराशि और करों पर ब्याज दरें शामिल हैं। व्यापार करने की लागत जितनी कम होगी, व्यवसाय को संचालित करना, श्रम को किराये पर देना या लेना और करों का भुगतान करना उतना ही आसान होगा।
नॉलेज मैनेजमेंट के चौथे संस्करण 4.0 का शुभारंभ 
इस दौरान कंपनी प्रबंधन ने नॉलेज मैनेजमेंट के चौथे संस्करण 4.0 का शुभारंभ किया। इस नई पहल के तहत टाटा स्टील ने गूगल के साथ समझौता कर अपने नॉलेज मैनेजमेंट को और विस्तार दिया है। इसके तहत यदि किसी कर्मचारी के पास बेहतर तकनीकी जानकारी है तो वे इसे नॉलेज मैनेजमेंट में डाल सकते हैं। इस पोर्टल में नई जानकारी अपलोड होने पर उसे सभी कर्मचारी देख पाएंगे।
यह भी कहा टीवी नरेंद्रन ने
  •  आइपीएल में कोई टीम खरीदने का विचार नहीं है।
  • नए वित्तीय वर्ष जीडीपी 5.5 से 6 फीसदी रहने की जताई उम्मीद।
  • कंस्ट्रक्शन के लिए आदर्श जनवरी से मार्च तक की अवधि से भी चालू तिमाही बेहतर रहने की उम्मीद।
  • बीएस-6 लांच होने के बाद बाजार में आएगी तेजी।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.